Breathing Problem in Pregnancy: प्रेग्नेंसी के समय फूलती है सांस तो अपनाएं ये तरीके, जल्द मिलेगी राहत

By Ek Baat Bata | Jul 03, 2025

प्रेग्नेंसी एक बेहद खूबसूरत अनुभव है, लेकिन इस दौराम महिलाओं को कई शारीरिक और मानसिक बदलावों का सामना करना पड़ता है। इन्हीं में से एक समस्या सांस लेने की तकलीफ होना शामिल है। जैसे-जैसे बच्चा पेट में बढ़ता है, वैसे-वैसे मां के शरीर पर दबाव बढ़ता है और सांस लेना मुश्किल हो जाता है। हालांकि यह सामान्य माना जाता है। लेकिन अगर इन बातों पर ध्यान नहीं दिया जाए, तो परेशानी बढ़ सकती है। ऐसे में आज इस आर्टिकल के जरिए हम आपको इस समस्या से बचने के कुछ आसान उपायों के बारे में बताने जा रहे हैं।

क्यों होती है सांस की तकलीफ

प्रेग्नेंसी के समय प्रोजेस्टेरोन हार्मोन का लेवल बढ़ता है। जिसके कारण फेफड़े अधिक एक्टिव हो जाते हैं और सांस की गति बदल जाती है।

जैसे-जैसे बच्चा पेट में बड़ा होता जाता है, मांसपेशियों पर दबाव पड़ता जाता है और सांस फूलने की समस्या लगती है।

प्रेग्नेंसी के दौरान शरीर में खून की मात्रा बढ़ती है। जिससे दिल पर अधिक दबाव पड़ता है और हल्की सांस की समस्या महसूस हो सकती है।

सांस की तकलीफ से ऐसे बचें

जब भी आप बैठें या फिर खड़ी हों। तो प्रयास करें कि कमर को सीधा रखें और कंधे के पीछे की तरफ ढीला छोड़ दें। इससे फेफड़ों को फैलने की जगह मिलेगी और सांस लेने में भी आसानी होगी।

सोने के दौरान सिर के नीचे एक-दो तकिए रखें। जिससे ऊंचा लेट सकें। इससे दबाव कम होगा और नींद लेने के समय सांस लेना आसान रहेगा।

आप डॉक्टर की सलाह पर प्रेग्नेंसी योगा या हल्की वॉक कर सकते हैं। ऐसा करने से भी फेफड़ों की क्षमता बढ़ती है और सांस फूलने की समस्या कम होती है।

भारी सामान उठाना, सीढ़ियां चढ़ना या फिर जल्दी-जल्दी चलना सांस की समस्या को बढ़ा सकता है। इसलिए खुद को आराम दें और जरूरत पड़ने पर काम में लोगों की सहायता लें।

गहरी सांस लेने की प्रैक्टिस करें

नाक से सांस अंदर की ओर लें, थोड़ी देर रोंके और फिर मुंह से धीरे-धीरे छोड़ें। इससे आपके फेफड़े मजबूत होते हैं और ऑक्सीजन की सप्लाई बेहतर होती है।

अगर सांस की तकलीफ के साथ सीने में दर्द या फिर अचानक से अधिक सांस फूलना शुरू हो जाए, तो ऐसी कंडीशन में फौरन डॉक्टर से मिलना चाहिए।

प्रेग्नेंसी में सांस फूलना आम बात माना जाती है। लेकिन खुद का ख्याल रखना जिम्मेदारी है। इस दौरान आराम करना जरूरी है और शरीर की सुनना जरूरी है।

अगर आपको सांस लेने में अधिक परेशानी हो रही है, तो बिना डॉक्टर की सलाह के बिना इन उपायों को करने से बचना चाहिए।