बड़े होते बच्चों को अपने पेरेंट्स के नसीहतों की सबसे ज्यादा जरूरत होती है। लेकिन जब वही पेरेंट्स अपने बच्चों की लाइफ में बेवजह ताक-झांक करने लगते हैं, या बच्चों पर भरोसा जताने लगते हैं। तो पेरेंट्स और बच्चों के बीच एक ऐसी दीवार बन जाती है, जो उनके रिश्ते को प्रभावित करती है।