मदर टेरेसा के नाम के साथ ही मां शब्द जुड़ा है और उनमें वात्सल्य और स्नेह कूट-कूटकर भरा था। बहुत कम उम्र से ही मदर टेरेसा ने लोगों की सेवा करने का जिम्मा उठा लिया था। 05 सितंबर को दिल का दौरा पड़ने से मदर टेरेसा का निधन हो गया।