जानें किस तरह से आप अपने बच्चे को पढ़ाने की शुरुआत कर सकते हैं

By Ek Baat Bata | Jul 17, 2020

माता-पिता बनने के बाद उनका प्रथम कर्तव्य अपने बच्चे को अच्छी शिक्षा देना होता है लेकिन हर मां बाप के लिए अपने बच्चे को पढ़ाना सबसे मुश्किल काम होता है। इसलिए कई माँ बाप बच्चों को पढ़ाई के दौरान उनकी पिटाई भी कर देते हैं ताकि बच्चा मार के डर से पढ़े। लेकिन ऐसा करना बिल्कुल भी ठीक नही है क्योंकि ऐसा करने से बच्चा पढ़ने की वजह और जिद्दी हो जाता है।

इसलिए माँ बाप होने के नाते आपकी जिम्मेदारी बनती है कि आप बच्चों को प्यार से और रोचक तरीकों से पढ़ाये और उन पर कभी भी  किसी भी तरह का ज्यादा दबाव ना डालें। इसलिए आपको यह जानना जरूरी है कि बच्चों को किस तरह पढ़ाया जा सकता है ताकि वे पढ़ाई के बारे में अच्छे से समझें और उसे एंजॉय करें जिससे उनकी पढ़ाई में दिलचस्पी बनी रहे। आप अपने बच्चों को अक्षरों का ज्ञान सही तरीके से करा सकते हैं आज हम आपको अपने बच्चों को अक्षरों का ज्ञान करवाने के कुछ तरीके बताएंगे जिससे आपके बच्चों को अक्षरों का ज्ञान बहुत ही आसानी से हो जाएगा।

रंग बिरंगी किताबें 
बच्चों की किताबों की तरफ रुचि बढ़ाने के लिए आपको रंग बिरंगी किताबों का इस्तेमाल करना चाहिए यदि आपका बच्चा बहुत छोटा है तो उसे फोटो वाली रंग बिरंगी किताबों के द्वारा पढ़ाने की कोशिश करें क्योंकि बच्चे तस्वीर को बहुत जल्दी पहचानते हैं तो ऐसी किताबों की मदद से जल्दी याद भी कर लेंगे। इसका एक फायदा यह भी है कि आप अपने बच्चों को चित्र दिखा कर उन्हें अक्षरों का ज्ञान करवा सकते हैं। जैसे सेब को बताने के लिए आप उसे सेब के चित्र दिखा कर समझा सकते हैं।

वीडियो द्वारा
आजकल के बच्चे समय के अनुसार काफी तेज और चालाक होते हैं इसीलिए उन्हें पढ़ाने के लिए आप मोबाइल का इस्तेमाल कर सकते हैं छोटे बच्चे मोबाइल के अंदर बहुत ही ज्यादा रुचि दिखाते हैं इसी का फायदा उठाते हुए आप उन्हें मोबाइल में वीडियो दिखा सकते हैं ताकि वह मनोरंजन के साथ-साथ पढ़ाई भी कर सकें मोबाइल में कई ऐसे एप होते हैं जो बच्चों को अक्षरों का ज्ञान कराने में बहुत मदद करते हैं। 

इसके साथ छोटे बच्चों का मनोरंजन भी हो जाता है जो बच्चों को पूरी मौज मस्ती के साथ अक्षरों का ज्ञान करा कर देते हैं। बाजार में इस तरह के कई सारे वीडियो मिल जाएंगे जोकि बच्चों को पढ़ाने में आपकी मदद कर सकते हैं।

एनिमेशन के द्वारा
यदि आपके बच्चे किताबों में रूचि नहीं दिखाते हैं यह आपका बच्चा उम्र में काफी छोटा है तो आप उसे एनिमेशन के द्वारा भी पढ़ा सकते हैं एनिमेशन की मदद से आप उन्हें हिंदी वर्णमाला और अंग्रेजी पढ़ा सकते हैं ऐसा करने से बच्चे बहुत ही जल्दी पढ़ाई में रुचि दिखाते हैं साथ ही अक्सर पहचानना सीख जाते हैं एनिमेशन की मदद से बच्चों का मनोरंजन भी बना रहता है और पढ़ाई करने के समय वह ज्यादा वह भी नहीं होते।

खेल-खेल में
आप अपने बच्चों को खेल-खेल में भी पढ़ा  सकते हैं।
यदि आप अपने बच्चे को खेल-खेल में पढ़ाने की कोशिश करेंगे तो वह बहुत ही जल्दी अक्षरों को पहचानना शुरू कर देंगे साथ ही उनकी बचपन से ही पढ़ाई में रुचि बनी रहेगी खेल खेल में बच्चों को पढ़ाने का आसान तरीका है कि आप बार-बार अक्षरों को बोले और फिर अपने बच्चे से भी बुलवाए। 

ऐसा करने से भविष्य में आगे पढ़ाई के दौरान बच्चों को अक्षर बोलने और पढ़ने में काफी मदद मिलेगी यदि आप बच्चों को कहानी सुना सकते हैं। बच्चों के हिसाब से ही उन्हें मूल संदेश देने वाली कविता कहानियां सुनाएं  ताकि बच्चे उन्हें अपनी भाषा में आसान तरीके से समझ सके आप कोई भी बालगीत क्या कविताओं  के द्वारा बच्चों को भाषा का ज्ञान करा सकते हैं यह सभी बच्चों में भाषा सीखने में रोचकता व सार्थकता उत्पन्न करता है।

पर्याप्त समय दें
यदि आप अपने बच्चों को सही शिक्षा देना चाहते हैं तो उन्हें पर्याप्त समय देना भी आपकी जिम्मेदारी बनती है बच्चों को सही अक्षर की पहचान कभी भी जल्दी बाजी में नहीं करानी चाहिए बल्कि धीरे-धीरे आप अपने बच्चों को एक या दो अक्षरों की पहचान करा सकते हैं लेकिन यह काम आपको लगातार करना होगा ताकि आपको बता कि आपके बच्चे को सही तरह का ज्ञान मिल सके। 

जिन अक्षरों की बनावट एक जैसी है उनको बताने में थोड़ा अंतराल रखें।आप बच्चों को वर्णमाला रटवाने की जगह उसे वर्णों को लिखवाते समय उसकी सही पहचान करवाये और उससे वर्णों का सही उच्चारण भी करवाएं क्योंकि हर एक वर्ण एक अलग आवाज का प्रतीक है। इससे बच्चों को वर्णों को पहचानने में आसानी होगी।

बच्चों से सवाल जवाब करें
अपने बच्चों को पढ़ाना शुरू करें तो पढ़ने के बाद उनसे प्रतिदिन की क्रिया में हल्के-फुल्के सवाल करते रहे ताकि वह आम बोलचाल की भाषा में भी अपनी पढ़ाई को याद रखें साथ ही ध्यान रखें कि जब भी आपका बच्चा आपसे पढ़ाई से संबंधित किसी भी तरह का सवाल करें तो आप उसे नजरअंदाज बिल्कुल भी ना करें, बल्कि उसी समय उसके सवाल का जवाब दें। साथ ही अपने बच्चे के साथ जानकारी वाली बातें भी शेयर करें। आमतौर पर बताई गई ज्ञान की बातें बच्चों के दिमाग में हमेशा के लिए ठहर जाती हैं क्योंकि सुनी हुई बातों को बच्चे बहुत जल्दी सीखते हैं।

जबरदस्ती ना करें
यदि आप अपने बच्चों को पढ़ाने की शुरुआत कर रहे हैं एक बात का ध्यान जरूर रखें कि कभी भी उसको जबरदस्ती से ना पढ़ाये क्योंकि जबरदस्ती का दिया हुआ ज्ञान कभी भी सफल नहीं होता। अपने बच्चे को जबरदस्ती या डरा धमका कर पढ़ आएंगे तो वह सीखने की जगह और ज्यादा जिद्दी हो जाएगा। 
 
इसलिए आप अपने बच्चों को अलग-अलग तरीकों से समझाने की कोशिश करें और अगर वह अपने दोस्तों के साथ खेलना चाहता है तो उसे खेलने दे क्योंकि बच्चे अपने दोस्तों से भी बहुत कुछ सिख सकता है। बचपन से अपने बच्चों के ऊपर ज्यादा कठोरता ना दिखाएं ऐसा करने से उनकी मानसिक स्थिति पर बहुत बुरा प्रभाव पड़ता है।