महिलाओं में फीड की कमी को दूर करने के लिए अपनाएं दादी माँ के ये घरेलू नुस्खे

By Ek Baat Bata | Oct 08, 2021

हर नवजात शिशु के लिए माँ का दूध ही बेस्ट माना जाता है। इससे बच्चे को सही पोषण मिलता है और उसके शरीर में कई बीमारियों से लड़ने की क्षमता भी बढ़ती है। लेकिन कई महिलाओं में कुछ कारणों से स्तन में दूध ठीक से नहीं बन पाता है और दूध की कमी हो जाती है जिससे माँ और बच्चे दोनों को समस्या होती है। ऐसी महिलाओं को अपने खान-पान और जीवनशैली का ख़ास ध्यान रखना चाहिए क्योंकि यदि स्तनपान के बिना बच्चे का पोषण अधूरा रह जाएगा। आज के इस लेख में हम आपको स्तन में दूध बढ़ाने के कुछ ऐसे घरेलु नुस्खे बताने जा रहे हैं जो दादी-नानी के ज़माने से इस्तमाल होते चले आ रहे हैं - 
 
ओटमील
ओटमील एक बहुत ही अच्छा एनर्जी सोर्स है। इसमें आयरन, कैल्शियम और बी विटामिन की पर्याप्त मात्रा पाई जाती है जिससे बॉडी को एनर्जी मिलती है। इसके साथ ही इसमें मौजूद फाइबर से डाइजेशन भी ठीक रहता है। 

मेथी के दाने 
जिन महिलाओं के स्तनों में दूध नहीं बनता है उन्हें मेथी का सेवन करने की सलाह दी जाती है। नई माँ में दूध की कमी पूरी करने के लिए मेथी खाने का नुस्खा काफी पुराना है। मेथी के बीजों में ओमेगा-3, फैट और कई तरह के विटामिन पाए जाते हैं, जो ब्रेस्टफीड यानी स्तनपान कराने वाली महिलाओं के लिए अच्छे होते हैं। आप मेथी के दानों को किसी भी तरह इस्तमाल कर सकती हैं। आप चाहें तो इसे सब्जी में डालें या इसकी चाय बना कर पी सकती हैं। 

शतावरी 
जिन महिलाओं में ब्रेस्ट मिल्क कम बनता है उनके लिए शतावरी का सेवन बहुत लाभकारी होता है। इसमें मौजूद फाइबर, विटामिन-ए और विटामिन-के ब्रेस्ट मिल्क बढ़ाने में मदद करते हैं। 

सौंफ 
जिन महिलाओं में ब्रेस्ट मिल्क कम बनता है उनके लिए सौंफ का सेवन करना बहुत फायदेमंद होता है। इसके अलावा सौंफ में ओटेशियम, फॉलेट, विटामिन सी, विटामिन बी-6 और फाइटोन्यूट्रिएंट्स जैसे कई पोषक तत्व पाए जाते हैं। सौंफ खाने से गैस और पेट की अन्य समस्याएं  भी दूर होती हैं।  

पपीता 
ब्रेस्ट मिल्क बढ़ाने के लिए कच्चे पपीते का सेवन बहुत फायदेमंद माना जाता है। इसमें  पपीता खाने से शरीर में ऑक्सिटॉसिन का उत्पादन बढ़ता है, जो ब्रेस्ट मिल्क बढ़ाने में मदद करता है।

गाय का दूध 
नई माँ में ब्रेस्ट मिल्क बढ़ाने के लिए गाय का दूध पीना बहुत फायदेमंद होता है। गाय के दूध में प्रोटीन, कैल्शियम, पोटैशियम और विटामिन जैसे कई पोषक तत्व मौजूद होते हैं। जिन महिलाओं में ब्रेस्ट मिल्क कम बनता हो उन्हें रोज़ाना गाय के दूध का सेवन करना चाहिए। 

गाजर  
गाजर में विटामिन-ए, एल्फा और बीटा-कैरोटीन जैसे पौष्टिक तत्व पाए जाते हैं जो ब्रेस्ट मिल्क बढ़ाने में मदद करते हैं। स्तनपान कराने वाली महिलाओं को अपनी डाइट में गाजर ज़रूर शामिल करनी चाहिए। 

हरी पत्तेदार सब्जियां
स्तनपान कराने वाली महिलाओं को अपनी डाइट में हरी पत्तेदार सब्जियां ज़रूर शामिल करनी चाहिए। इनमें मौजूद आयरन, कैल्श्यिम और फोलेट स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद होते हैं। इसके साथ ही इनमें बीटाकैरोटीन और राइबोफ्लेविन जैसे पोषक तत्व प्रचूर मात्रा में पाए जाते हैं जो ब्रेस्ट मिल्क बढ़ाने में मदद करते हैं। अपने खाने में हरी पत्तेदार सब्जियां पालक, मेथी, सरसोंऔर बथुआ आदि शामिल करें। 

जीरा
आमतौर पर खाने में मसाले के तौर पर इस्तमाल किए जाने वाला जीरा नई माँ में ब्रेस्ट मिल्क बढ़ाने में मदद करते हैं।  दूध की आपूर्ति बढ़ाने में भी बहुत मददगार होता है। इसमें कैल्शियम और राइबोफ्लेविन पाया जाता है जो पेट संबंधी परेशानियों को दूर करता है। 

तिल के बीज
तिल के बीज कैल्शियम का एक अच्छा स्त्रोत है। स्तनपान कराने वाली महिलाओं के लिए कैल्शियम एक जरुरी पोषक तत्व है। जिन महिलाओं में दूध कम बनता है उन्हें तिल का सेवन करना चाहिए। शायद यही कारण है कि नई माँ को तिल के लड्डू खिलाए जाते हैं। 

दालें 
दाल प्रोटीन का एक बहुत अच्छा स्त्रोत होती है। इसमें आयरन और फायबर की भी पर्याप्त मात्रा पाई जाती है। नई माताओं में दूध की कमी पूरी करने के लिए दाल का सेवन करना फायदेमंद रहता है। 

मेवे
नई माताओं को सूखे मेवे जैसे काजू, बादाम, किशमिश आदि दूध में उबालकर दिए जाते हैं। दादी कहती हैं कि सूखे मेवे खाने से नई माँ में स्तन दूध बढ़ता है।  इनमें विटामिन, प्रोटीन जैसे कई अन्य पोषक तत्व भरपूर मात्रा में मौजूद होते हैं जो नई माँ को ऊर्जा और सही पोषण देते है।