एंटीनेटल एक्सरसाइज से नॉर्मल डिलीवरी में मिलती है मदद, जानें इसके फायदे

By Ek Baat Bata | Feb 22, 2021

प्रेगनेंसी के दौरान एक गर्भवती महिला को अपनी सेहत पर ज़्यादा ध्यान देने की जरूरत होती है। प्रेगनेंसी में एक महिला का शरीर बहुत से बदलावों से गुजरता  है। इन सभी बदलावों में शरीर को फिट रखने के लिए खुद को एक्टिव रखना बहुत जरूरी है। बहुत सी महिलाऐं प्रेगनेंसी में फिजिकली एक्टिव नहीं रहती हैं, जिसके कारण वजन बढ़ने से डिलीवरी के समय प्रॉब्लम होती है। डॉक्टर्स के मुताबिक प्रेगनेंसी के दौरान एक्सरसाइज करना बहुत जरुरी होता है। एंटीनेटल एक्सरसाइज, एक गर्भवती महिला के शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में मदद करती हैं। इसमें आमतौर पर कम प्रभाव वाले एरोबिक और स्ट्रेचिंग एक्सरसाइज शामिल हैं। इससे नॉर्मल डिलीवरी के चांसेज़ बढ़ते हैं और प्रेगनेंसी के दौरान होने वाली जटिलताओं को कम करने में मदद मिलती है। आज के इस लेख में हम आपको प्रेगनेंसी के दौरान व्यायाम करने के फायदों के बारे में बताएंगे - 

गर्भावस्था की जटिलताओं के जोखिम को कम करे
2017 के एक अध्ययन में यह पाया गया कि जिन महिलाओं ने प्रेगनेंसी के दौरान फिटनेस कार्यक्रमों में भाग लिया, उनमें गेस्टेशनल डायबिटीज होने की संभावना कम थी। जिन महिलाओं ने प्रेगनेंसी के दौरान व्यायाम किया उनमें व्यायाम न करने वालों की तुलना में सिजेरियन सेक्शन होने की संभावना कम थी।

प्रसव संबंधी जटिलताओं को कम करे 
स्पेन में महिलाओं पर किए गए एक अन्य अध्ययन के मुताबिक, जो महिलाएं सप्ताह में तीन बार व्यायाम करती हैं, उनका गर्भावस्था के दौरान कम वजन होता है और उनमें मैक्रोसोमिक शिशुओं (जन्म के समय लगभग नौ पाउंड से अधिक वजन वाले बच्चे) होने की संभावना कम होती है। भारी बच्चे होने के कारण, प्रसव के दौरान माँ और बच्चे दोनों के लिए जटिलताएँ हो सकती हैं।

प्रसव के बाद की रिकवरी स्पीड बढ़ाए 
जितनी अधिक आप अपनी गर्भावस्था के दौरान फिटनेस बढ़ाती हैं, उतनी ही तेजी से आप प्रसव के बाद शारीरिक रूप से ठीक होंगी। प्रेगनेंसी के दौरान एक्सरसाइज करने से प्रसव के बाद वापस शेप में आने में मदद मिलती है। 

मूड सही बनाए 
गर्भावस्था के दौरान महिलाओं को अक्सर अवसाद की शिकायत हो जाती है। शोध में पाया गया है कि गर्भावस्था के दौरान व्यायाम अवसाद को कम करता है। व्यायाम करने से एंडोर्फिन रिलीज होता है जो तनाव और चिंता को कम करते हुए मूड को बेहतर बनाने में मदद करता है।

ब्लड प्रेशर नियंत्रित करने में मदद करे 
प्रेगनेंसी में व्यायाम करने से ब्लड प्रेशर कंट्रोल करने में मदद मिलती है। प्रेगनेंसी के दौरान नियमित रूप से वॉक और एक्सरसाइज करने से ब्लड प्रेशर नियंत्रित रहता है।

कमर दर्द को कम करे
प्रेगनेंसी में बेबी बम्प और वजन बढ़ने के कारण पेट के निचले हिस्से पर अतिरिक्त दबाव पड़ता है, जिसके परिणामस्वरूप कमर में दर्द होता है। प्रेगनेंसी के दौरान व्यायाम करने से कमर दर्द कम हो सकता है।

नींद में सुधार
प्रेगनेंसी में अक्सर गर्भवती महिलाओं को नींद न आने की शिकायत होती है। ऐसे में प्रेगनेंसी के दौरान व्यायाम करने से नींद अच्छी आती है। 

कब्ज से छुटकारा
प्रेगनेंसी में गर्भवती महिलाओं को अक्सर कब्ज की शिकायत रहती है। ऐसे में गर्भवस्था के दौरान व्यायाम करने से पेट सही रहता है और कब्ज से छुटकारा मिलता है।