क्या आप परिवार नियोजन की इन विधियों के बारे में जानते हैं?

By Ek Baat Bata | Jan 11, 2020

परिवार नियोजन यानी फैमिली प्लानिंग उन लोगों के लिए होता हैं जो अपने बच्चों की संख्या को नियंत्रित करने में मदद करते हैं। रिपोर्ट के अनुसार 214 मिलियन महिलाएं ऐसी हैं जो गर्भवती नहीं होना चाहतीं उन लोगों के लिए परिवार नियोजन के तरीके काफी मदद करते हैं। फैमिली प्लानिंग के लिए बहुत से साधन मार्किट में आसानी से उपलब्ध हैं। परिवार नियोजन के कई फायदे हैं जैसे कि पारिवारिक नियोजन गर्भपात से जुड़े जोखिम को कम कर देता है। हर साल 5 लाख से ज्यादा महिलाएं गर्भधारण और गर्भपात होने के कारण मौत का शिकार हो जाती हैं लेकिन अब परिवार नियोजन की मदद से महिलाओं की मृत्यु को रोका जा सकता है।

परिवार नियोजन के तरीके- 

1.कंडोम- इसका सबसे बड़ा फायदा ये होता है कि HIV का खतरा कम हो जाता है, इसके अलावा अनपेक्षित गर्भावस्था से छुटकारा देता है। कंडोम इस्तेमाल करने में आसान होता है और अधिकतर लोगों के लिए उपयुक्‍त माना गया है। कंडोम का एक नुकसान ये भी है कि संभोग करते वक्त अगर ठीक से नहीं लगा और फट गया तो महिला को गर्भधारण होने की आंशका रहती है।
 
2. गर्भनिरोधक गोलियां- इन गोलियों को खाने के बाद गर्भवती होने का सवाल ही पैदा नहीं होता, इस गोली का सेवन महिलाओं को करना होता है जिसके बाद गर्भधारण नहीं होता। इस गोली की खास बात ये होती है कि इसको बिना किसी परेशनी के 1 से 2 साल खा सकते हैं।
 
3. गर्भनिरोधक उपकरण(IUD)- IUD एक छोटा और लंबे समय तक चलने वाला उपकरण होता है, जो टी आकार का होता है और महिला के योनि के अंदर लगता है इसका फायदा ये होता है कि रोज-रोज गोली खाने और कंडोम लगाने से छुटकारा मिल जाता है।
 
4. प्रोजेस्‍टोजन-ओनली गर्भनिरोधक गोलियाँ (मिनीपिल)-  ये एक तरीके का सिंथेटिक हार्मोन-प्रोजेस्‍टोजन होता है, जो शुक्राणु को भ्रूण में जाने के लिए रोक लगाता है। इससे स्तनपान कराने वाली महिलाओं के लिए कोई भी हानि नहीं होगी। जो महिलाएं लंबे समय तक गर्भनिरोधक गोलियां नहीं खा सकती उनके लिए लाभदायक साबित होता है।
 
5. महिला कंडोम- महिला कंडोम को योनि के अंदर डाल कर लगाया जाता है, ये योनि को पूरी तरह से ढक देता है। लेकिन इसको भी एक बार प्रयोग में लाया जा सकता है।
 
परिवार नियोजन की आवश्यकता- 
 
इससे व्यक्ति को इच्‍छानुसार संतान की संख्‍या तथा गर्भधारण के बीच नियंत्रण करने में सहायता मिलती है साथ ही स्वास्थ्य में किसी प्रकार की हानि नहीं पहुँचती।
 
कोई व्यक्ति अगर AIDS की बीमारी से जूझ रहा हो तो वह परिवार नियोजन(कंडोम) का सहारा लेकर यौन सम्बन्ध बना सकता है।
 
परिवार नियोजन की मदद से नवजात मृत्‍यु दर भी कम होता हुआ नज़र आ रहा है।
 
परिवार नियोजन की विधियों से किशोरावस्था में गर्भधारण होने की संभावना कम होती है।
 
बच्चे को अधिक समय मिलता है, जिसकी वजह से वो अकेला महसूस नहीं करते।