जानिए क्यूँ है मेंस्ट्रुअल कप पैड्स से बेहतर और कैसे करते हैं इसे इस्तेमाल

By Ek Baat Bata | Dec 20, 2019

पीरियड्स की वजह से अक्सर महिलाएँ काफी दिक्कतों का सामना करती हैं। पीरियड्स में दर्द से लेकर पैड लगाने तक महिलाएँ परेशान होती है। इसलिए विश्व मासिक धर्म स्वच्छता दिवस पर मेंस्ट्रुअल कप की जागरूकता काफी बढ़ाई, जिसके जरिए काफी लड़कियों को पैड से मुक्ति मिली। पैड लगाने से काफी ज्यादा जैसे एलर्जी होना, लीकेज जैसे दिक्कतों का सामना करना पढ़ता था। मेंस्ट्रुअल कप स्वास्थ से लेकर पर्यावरण तक काफी लाभदायक है। अगर आप मेंस्ट्रुअल कप के बारे में नहीं जानते तो आइए आपको विस्तार से इसके बारे में बताते हैं।

मेंस्ट्रुअल कप क्या है- मेंस्ट्रुअल कप को पीरियड्स के समय इस्तेमाल किया जाता है। ये कप पैड के अपेक्षा काफी अच्छा विकल्प साबित हुआ है। आज के समय में अधिकतर महिलाएँ इस कप का उपयोग करती है। इस कप से कोई हानि नहीं होगी और इसके कोई साइड इफ़ेक्ट नहीं होते। यह कप थर्मप्लास्टिक, एलेस्टमोर और सिलिकॉन से बनाई जाती है। अब आपके मन में ये बात आ रही होगी की इस कप का इस्तेमाल आखिर किया कैसे जाता हैं आइये बताते है कप से जुडी और बातें।

मेंस्ट्रुअल कप का साइज-  30 से कम उम्र की लड़की ये कप का इस्तेमाल करती हैं लेकिन अगर आप 30 से पहले माँ बन चुकी है तो इस कप का साइज आपके लिए सही नहीं होगी। 30 से अधिक उम्र की लड़की कप का लार्ज साइज ही चुनें। छोटा साइज चुनने से आपको काफी दिक्कत हो सकती है। 

मेंस्ट्रुअल कप लगाने का सही तरीका- इसे ऊपर से फोल्ड कर के पीरियड के वक़्त योनि के अंदर पहना जाता है। इसे कम से कम 12 घण्टे तक पहन सकते हैं। 12 घण्टे बाद ये कप खून से भर जाएगा, आप इसे निकाल कर अच्छे से वाश कर के फिर से प्रयोग कर सकते हैं। शुरू शुरू में आप थोड़ा अजीब महसूस कर सकते हैं लेकिन बाद में सब नॉर्मल हो जाएगा।

मेंस्ट्रुअल कप के फायदे- 

मेंस्ट्रुअल कप का सबसे बड़ा फायदा ये है कि इसको एक बार खरीद लेने पर दोबारा इस्तेमाल में लाया जा सकता है।

मेंस्ट्रुअल कप को इस्तेमाल करते वक़्त इन्फेक्शन होने का खतरा नहीं होता।

मेंस्ट्रुअल कप में ऐसे तत्व पाए जाते हैं जो गंदे खून  का इन्फेक्शन नहीं होने देते। 

मेंस्ट्रुअल कप लगाएं में सबसे आसान होता है और 12 घंटे तक इस्तेमाल में लाया जा सकता। 

मेंस्ट्रुअल कप के नुकसान- 

कुछ लड़कियों के लिए ये कप डालना और निकालना थोड़ा मुश्किल होता है। जिसकी वजह से उनको दर्द होने लगता है। 

मेंस्ट्रुअल कप को सही तरीके से नहीं लगाने पर काफी दर्द होता है और उठने और बैठने में काफी तकलीफ का समाना करना पड़ता है।

मेंस्ट्रुअल कप का इस्तेमाल पैड से कहीं ज्यादा आसान होता है, जिसकी वजह से लड़कियों को पैड से मुक्ति मिल जाती है। तो आप भी करें इस्तेमाल और बताएं की ये पैड्स से बेहतर लगा आपको या नहीं।