क्या आपके बच्चे को बहुत गुस्सा आता है? कहीं इसका कारण चीनी तो नहीं, पढ़ें पूरी जानकारी

By Ek Baat Bata | Feb 08, 2021

क्या आपका बच्चा बहुत ज़्यादा गुस्सा करता है, झगड़ता है या चिड़चिड़ाता है? अगर हाँ, तो उसके इस व्यवहार का कारण चीनी हो सकती है। जी हाँ, चीनी के अधिक सेवन का बच्चों के व्यवहार पर नकारात्मक प्रभाव होता है। जर्नल सोशल साइंस एंड मेडिसिन में प्रकाशित किए गए शोध के मुताबिक जो बच्चे चीनी का अधिक सेवन करते हैं हिंसक होने की संभावना अधिक होती है। आइए जानते हैं इस रिसर्च में क्या-क्या जानकारी मिली है - 

इस शोध में पता चला है कि जो बच्चे बहुत अधिक चीनी का सेवन करते हैं, उनके हिंसक होने, शराब पीने और धूम्रपान करने की संभावना अधिक होती है। 25 यूरोपीय देशों में रहने वाले 11 से 15 वर्ष की आयु के 137,000 बच्चों पर किए गए अध्ययन में यह बात सामने आई कि बहुत अधिक चीनी खाने और पीने से हिंसक व्यवहार की संभावना बढ़ जाती है।

बहुत अधिक चीनी का सेवन करने से होता है बुरा असर 
इज़राइल में बार इलान विश्वविद्यालय द्वारा किए गए शोध में पाया गया कि बहुत अधिक मिठाई और एनर्जी ड्रिंक पीने से बच्चों में दूसरों के प्रति हिंसक रवैया   लगभग साढ़े तीन गुना अधिक बढ़ जाता है। शोध में यह भी पता चला कि बच्चों का उच्च स्तर होने पर उनके झगड़े में आने की संभावना दोगुनी हो जाती है। इस शोध में यह भी दावा किया गया कि 95 प्रतिशत ऐसे बच्चों में हैवी ड्रिंक बनने की संभावना अधिक होती है।

शोध में सामने आई यह बात 
इज़राइल में बार इलान यूनिवर्सिटी ने 25 यूरोपीय देशों या कनाडा में रह रहे 137,284 बच्चों पर अध्ययन किया जिसमें 11,13 या 15 वर्ष के बच्चे शामिल थे।  इस स्टडी में पाया गया कि बच्चे कितनी चीनी का सेवन करते हैं और कितनी बार झगड़े करते हैं, दूसरे बच्चों को तंग करते हैं, सिगरेट पीते हैं और शराब पीते गायब, इन दोनों के बीच गहरा संबंध है। शोध में पाया गया कि ज़्यादा मिठाई, चॉकलेट और एनर्जी ड्रिंक का सेवन करने वाले बच्चों को धूम्रपान करने की संभावना 89 प्रतिशत और शराब पीने की संभावना 72 प्रतिशत अधिक होती है।

कितनी चीनी का सेवन कर सकते हैं? 
सोशल साइंस एंड मेडिसिन जर्नल में प्रकाशित अध्ययन में यह उल्लेख नहीं किया गया है कि चीनी को कितना माना जाता है लेकिन इंग्लैंड की राष्ट्रीय स्वास्थ्य सेवा (एनएचएस) में बच्चों की गाइडलाइन्स के अनुसार 11 वर्ष से अधिक उम्र के बच्चों को 30 ग्राम से अधिक चीनी का सेवन नहीं करना चाहिए। वहीं 4-6 वर्ष  के बीच के बच्चों को एक दिन में 19 ग्राम से अधिक चीनी का सेवन नहीं करना चाहिए।