Parenting Tips: बच्चे को कब से खिलाना चाहिए सॉलिड फूड, जानिए ये जरूरी बातें
By Ek Baat Bata | Jun 20, 2024
बच्चा जैसे-जैसे बड़ा होता है, उसको न्यूट्रिशियन की जरूरत होने लगती है। शुरूआत के दो सालों के दौरान जो भी बच्चे को खिलाया जाता है। उससे बच्चे का ब्रेन तैयार होता है। ऐसे में महिलाएं यह सोचती हैं कि वह अपने बच्चे को कब से सॉलिड फूड देना शुरूकर चाहिए। साथ ही बच्चे को कब से बाहर का खाना खिलाना शुरू करना चाहिए। ऐसे में आज इस आर्टिकल के जरिए हम आपको बताने जा रहे हैं कि आप कैसे अपने बच्चे का ख्याल रखें।
ऐसे रखें बच्चे का ख्याल
बच्चा जब तक 6 महीने का न हो जाए, तब तक उसे सिर्फ मां का दूध ही पिलाना चाहिए। क्योंकि मां के दूध से ही बच्चे को जरूरी न्यूट्रीशियंस और एनर्जी मिल जाते हैं। वहीं जब बच्चा 6 महीने से ऊपर का हो जाता है, तो उसको ज्यादा एनर्जी और न्यूट्रीशिंयस की आवश्यकता होती है। ऐसे में 6 महीने से अधिक उम्र होने पर आप बच्चे को सॉफ्ट डाइट देना शुरूकर सकती हैं।
अब सवाल उठता है कि सॉफ्ट डाइट में आप बच्चे को क्या-क्या खिला सकती हैं। तो बता दें कि सॉफ्ट फूड में आप इसको दो-तीन चम्मच दलिया, मसले हुए फल और सब्जियां आदि दे सकती हैं। लेकिन यह डाइट बच्चे को दिन में सिर्फ दो बार देनी चाहिए। फिर इस दौरान तक बच्चा भले ही मां का दूध पी रहा हो, लेकिन फिर भी उसको ठोस आहार जरूर देना चाहिए। क्योंकि इससे अधिक देर करने पर बच्चे के स्वास्थ्य को नुकसान पहुंच सकता है। बच्चे के 6 महीने के होने से पहले उसे ठोस आहार नहीं देना चाहिए।
कब खिलाएं बाहर का खाना
बच्चे के 6 महीने के होने के बाद क्या उसको बाहर का आहार खिलाया जा सकता है। तो डॉक्टर्स का जवाब न है। क्योंकि बाहर का खाना बच्चे को नुकसान पहुंचा सकता है। 6 महीने का होने के बाद यदि आप बच्चे को बाहर का खाना खिलाते हैं, तो उससे बच्चे की तबियत बिगड़ सकती है, क्योंकि इस समय तक बच्चे का पाचन तंत्र उस खाने को पचाने लायक नहीं हो पाता है। बच्चे को लूज मोशन की समस्या हो सकती है। इसलिए जब तक बच्चा समझदार न हो जाए, या अपनी बात कहने लायक न हो जाए तक तक उसको बाहर के खाने से दूर रखना चाहिए।
कुछ महिलाएं 6 महीने के बाद भी बच्चे को अपना दूध पिलाने में यकीन रखती हैं। वह बच्चे को सॉलिड फूड नहीं देती हैं। लेकिन बता दें कि यह गलत तरीका है। दरअसल, शरीर बढ़ने के साथ ही बच्चे को अधिक एनर्जी और पोषण की जरूरत होती है। क्योंकि अगर आप बच्चे को सॉलिड डाइट देने में देर करती हैं तो बच्चे के वजन पर असर पड़ सकता है।