मानव शरीर मे 206 हड्डियां होती हैं, अगर किसी भी हड्डी में कोई चोट लग जाए तो उस दर्द को सहन करना बड़ा मुश्किल होता है। लेकिन आज हम आपको एक ऐसे पौधे के बारे में बताने जा रहे हैं। जो घर पर ही हड्डियों का इलाज करने में सहायता करता है। पहले समय में लोग इसी की मदद से इलाज करते थे।
क्या है हड़जोड़?
इस पौधे का नाम हड़जोड़ है, ये एक बेल रूपी पौधा होता है, जो घर में आसानी से लगाया जा सकता है। इस पौधे की मदद से कंपाउंड फ्रैक्चर ठीक नहीं किया जा सकता है। लेकिन सिंगल हड्डी ब्रेक को ठीक किया जा सकता है, जो लोग महंगा इलाज नहीं कर पाते उनके लिए ये ट्रीटमेंट सबसे अच्छा रहता है। छोटे बच्चों के इलाज के लिए इस ट्रीटमेंट का प्रयोग किया जाता है।
इस तरह करना चाहिए प्रयोग
हड़जोड़ पौधे की पत्तियों को सूखाकर पीस लें। पत्तियों के बराबर उदड़ दाल भी मिला लें और इसे भी पीस लें। अब इसका गीला पेस्ट बना लें। अब बांस की लकड़ी की मदद से हड्डी को सीधी कर लें। इसके बाद कॉटन के कपड़े पर ये लेप लगाकर कपड़ा बांध दें। ऊपर से बांस की लकड़ी को कुशा के सहारे बांध दें। कुशा एक प्रकार की देसी घास होती है। हर तीसरे दिन इस लेप को बदलना पड़ता है।
खाना भी है जरूरी
इसके साथ ही आपको इसकी पत्तियों के साथ छोटी पीपली, गेहूं का भुना हुआ आटा, अर्जुन की छाल सभी को एक समान मात्रा में लेकर बारीक पीस लें। अगर आपका वजन 60 किलो है। वजन के अनुसार 6 ग्राम चूर्ण को घी के साथ मिक्स कर लें। इसे खाकर हल्दी वाला दूध पी लें। दूध में शक्कर या हनी डाल लें, इससे काफी लाभ मिलता है।
दूसरा उपाय है आसान
अगर आपको पहला उपाय कठिन लग रहा है तो आप हड़जोड़ पौधे की पत्तियों का 2 छोटा चम्मच रस, 1 चम्मच घी के मिक्स कर लें। फिर इसे खाकर 250ml दूध पी लें। लेप बांधने के साथ ही दोनों में से कोई भी एक उपाय आपको 4 हफ्ते तक करना है। हड़जोड़ पौधे में प्राकृतिक रूप से कैल्शियम पाया जाता है। इसका कैल्शियम हड्डियां मजबूत बनाने और हड्डियों को जोड़ने में मदद करता है। इसमें एंटीइंफ्लैमटरी गुण भी होते हैं जो हाथ-पैर की सूजन और दर्द को कम करता है। हड़जोड़ में पाया जाना वाला कैल्शियम बांस के कैल्शियम के साथ मिलकर हड्डी जोड़ने में मदद करता है। अगर आप प्लास्टर के साथ साथ हड़जोड़ का सेवन करें तो हड्डी जल्दी जुड़ती है। ये हड्डियों को लचीला भी बनाता है, इसलिए इसका प्रयोग खिलाड़ी भी करते हैं।
मोच में भी फायदेमंद
अगर मोच आने पर दर्द कम नहीं हो रहा तो हड़जोड़ का घरेलू उपाय बहुत ही लाभकारी होता है। हड़जोड़ स्वरस में तिल तैल मिलाकर, पकाकर, छानकर लगाने से मोच तथा वेदना में लाभ होता है।
चोट में भी है सहायक
कभी-कभी घाव सूखने में बहुत देर लगता है या फिर सूखने पर पास ही दूसरा घाव निकल आता है, ऐसे में हड़जोड़ का प्रयोग बहुत ही फायदेमंद होता है। जले हुए घाव अथवा कीट के काटने पर हुए घाव में हड़जोड जड़ के रस का लेप लाभप्रद होता है। हड़जोड़ का पौधा प्राकृतिक एनाबॉलिक हार्मोंस को नियंत्रित रखता है, जिससे यह ऑस्टियोपोरोसिस रोग से बचाता है। इसमें कीटोस्टेरॉयड्स पाए जाते हैं, जो कोलेस्ट्रॉल का स्तर भी नियंत्रित रखते हैं। लेकिन इसका प्रयोग करते समय विशेषज्ञ की सहायता जरूर लेनी चाहिए ताकि हड़जोड़ की मात्रा सही हो ज्यादा या कम मात्रा होने पर ये अच्छे से काम नहीं करता है।