प्रेगनेंसी के शुरूआती 3 महीने में इन्हें भूलकर भी ना खाएं

By Ek Baat Bata | Dec 13, 2019

प्रेगनेंट होने का एहसास बहुत ही खास होता है, हर औरत माँ बनने का सपना जरूर देखती है और साथ ही अपने बच्चे को स्वस्थ पैदा होने का सपना भी देखती है। लेकिन बच्चा स्वस्थ पैदा करने के लिए माँ को कुछ देखभाल भी करनी पड़ती है। प्रेगनेंसी के दौरान औरतें काफी चीजें खाने का सोचती है लेकिन प्रेगनेंसी के दौरान औरतों को अपना आहार बहुत सोच- समझकर खाना चाहिए। डॉक्टर के अनुसार प्रेगनेंसी के पहले 3 महीनों में काफी चीजों का परहेज करना पड़ता हैं जिसके बारे में आज हम आपको बताएंगे। 

हाई मरकरी फिश - प्रेगनेंसी के दौरान औरतों को हाई मरकरी फिश जैसे - शार्क, स्वोर्डफ़िश और टूना खाने से बचना चाहिए। मरकरी फिश में ज्यादा मात्रा में टोक्सिन पाया जाता है। हाई मरकरी वाली फिश गंदे पानी में रहती है जिसकी वजह से प्रेगनेंसी के दौरान इसे खाने से बहुत-सी बीमारियाँ भी लग जाती है। 

आधा - कच्चा अंडा - प्रेगनेंसी में आधा कच्चा अंडा बिलकुल नहीं खाना चाहिए, आधे कच्चे अंडे में साल्मोनेला बैक्टीरिया पाया जाता है। ये बैक्टीरिया प्रेगनेंसी के दौरान औरतों को उल्टी और दस्त होने हो जाते जिसकी वजह से प्रेगनेंट औरतों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है।

कैफीन- डॉक्टरों के अनुसार प्रेगनेंसी में कैफीन पीने से बचना चाहिए। कैफीन यानि चाय और कॉफ़ी ही नहीं बल्कि चॉक्लेट भी आती है, चॉकलेट में भी कैफीन पाया जाता है जिसके लिए डॉक्टर प्रेगनेंसी में चॉकलेट भी माना करते है। कैफीन का सेवन करने से बच्चे पर दुष्परिणाम पड़ता है।

अंकुरित - अंकुरित खाना सेहत के लिए बहुत अच्छा होता है लेकिन प्रेगनेंसी के दौरान अंकुरित चीज़े खाना बिलकुल माना होता है। दरअसल अंकुरित चीजों में साल्मोनेला, लिस्टेरिया और ई-कोलाई बैक्टीरिया पाए जाते हैं जिसकी वजह से फूड पोइज्निंग की समस्या हो जाती है। इस समस्या से बच्चे को काफी नुक्सान पहुँच सकता है। 

क्रीम, दूध, पनीर और फ्रूट जूस - प्रेगनेंसी के दौरान क्रीम, दूध, पनीर और फ्रूट जूस खाने से बचें। इन चीजों को बनाते वक़्त कुछ ऐसे बैक्टीरिया हो जाते हैं जो प्रेगनेंसी के दौरान खाने से काफी नुकसान पहुँचते हैं। इन में मौजूद बैक्टीरिया खाने से गर्भपात हो सकता है।