प्रेगनेंसी में इन पेय पदार्थों से बनाएं दूरी वरना होगा भारी नुकसान

By Ek Baat Bata | Sep 12, 2019

गर्भावस्था का दौर किसी भी महिला के लिए एक बेहद नाजुक होता है क्योंकि इस दौरान महिला को अपने साथ−साथ अपने गर्भ में पल रहे बच्चे की हर छोटी−बड़ी जरूरतों का ध्यान रखना पड़ता है। इतना ही नहीं, उसके द्वारा बरती गई एक छोटी-सी लापरवाही भी गर्भस्थ शिशु को नुकसान पहुंचा सकती है। तो चलिए जानते हैं ऐसे ही कुछ पेय पदार्थों के बारे में, जिनका सेवन गर्भावस्था में नहीं करना चाहिए−

कॉफी

कॉफी का सेवन यदि सीमित मात्रा में किया जाए तो इससे कोई नुकसान नहीं होता। लेकिन कुछ महिलाएं इसका सेवन काफी मात्रा में करती हैं, जिसके कारण उनकी स्लीप साइकिल प्रभावित होती है। कॉफी में मौजूद कैफीन के कारण नींद में खलल तो पैदा होता है ही, साथ ही तनाव का स्तर भी बढ़ता है। जो किसी भी लिहाज से गर्भस्थ शिशु के लिए लाभदायक नहीं। इसलिए बेहतर होगा कि गर्भवती महिला दिन में एक या ज्यादा से ज्यादा दो कप से अधिक कॉफी का सेवन न करें।

वीटग्रास जूस

वीटग्रास जूस को सेहत के लिए अत्यधिक लाभकारी माना जाता है लेकिन जहां तक बात गर्भवती महिलाओं की है, उन्हें इस जूस से दूरी ही बनाकर रखती है। दरअसल, इसमें पाए जाने वाले कई तरह के माइक्रोब्स गर्भस्थ शिशु की सेहत को नकारात्मक रूप से प्रभावित करते हैं। इसलिए गर्भवती महिलाओं को वीटग्रास जूस का सेवन नहीं करना चाहिए।

एल्कोहल

एल्कोहल का सेवन यूं तो किसी के लिए भी उचित नहीं माना जाता। अल्कोहल का सेवन कई तरह की स्वास्थ्य समस्याओं की वजन बन सकता है लेकिन गर्भावस्था में एल्कोहल का सेवन और भी अधिक खतरनाक हो जाता है। यह महिला के साथ−साथ उसे बच्चे की सेहत को प्रभावित करता है। जो महिलाएं एल्कोहल का सेवन गर्भावस्था में करती है, उन्हें शिशु का ब्रेन डैमेजया बर्थ डिफेक्ट जैसी समस्याएं होने की संभावना कई गुना बढ़ जाती हैं।

ग्रीन टी

ग्रीन टी में एंटी−ऑक्सीडेंट पाए जाते हैं जो सेहत के लिए काफी अच्छे माने जाते हैं। इतना ही नहीं, कुछ लोग वजन कम करने और बॉडी के टॉक्सिन को बाहर निकालने के लिए भी ग्रीन टी का सेवन करते हैं। लेकिन गर्भवती महिला के लिए इसे अच्छा नहीं माना जाता क्योंकि इसमें कुछ मात्रा में कैफीन भी पाया जाता है, साथ ही इसमें पाया जाने वाला टेनिन्स भी गैस्टिक जूस को डायल्यूट करके पेट को नुकसान पहुंचा सकता है। अगर नियमित रूप से या अत्यधिक मात्रा में इसका सेवन किया जाए तो इससे बच्चे की सेहत पर विपरीत प्रभाव पड़ सकता है।