किसी भी महिला के लिए मिसकैरेज अपने आप में बहुत बुरी दुर्घटना है। लेकिन इस बात से इंकार नहीं किया जा सकता है कि कई बार परिस्थितियां ऐसी हो जाती हैं, जिस कारण मिसकैरेज हो जाता है। मिसकैरेज के बाद महिलाओं को अक्सर वेट गेन की समस्या का सामना करना पड़ता है। ऐसा इमोशनल स्ट्रेस, बुरे फूड हैबिट्स और हार्मोनल बदलाव की वजह से होता है। अगर आप भी मिसकैरेज के बाद प्रेग्नेंसी वेट कम करना चाहती हैं, तो यह आर्टिकल आपके लिए है। आज इस आर्टिकल के जरिए हम आपको कुछ टिप्स के बारे में बताने जा रहे हैं, जिनको अपनाने से आप आसानी से वेट कम कर सकते हैं।
डाइट का रखें ध्यान
मिसकैरेज के बाद कई महिलाएं गहरे स्ट्रेस में चली जाती हैं। वे खुद को एंगेज रखने के लिए इमोशनल ईटिंग करने लगती हैं। यह आदत वजन बढ़ाने के लिए जिम्मेदार होती हैं। ऐसी स्थिति से बचने के लिए जरूरी है कि महिलाएं बैलेंस्ड डाइट पर फोकस करें। उन्हें इमोशनल ईटिंग से बचना चाहिए। हेल्दी डाइट में उनके लिए लीन प्रोटीन, सब्जियां, मौसमी फल आदि का सेवन करना अच्छे विकल्प हो सकते हैं। इसके अलावा, वजन कम करने के साथ-साथ इम्यूनिटी को स्ट्रॉन्ग करने के लिए उन्हें विटामिन-सी और आयरन बेस्ड फूड भी डाइट में शामिल करना चाहिए।
छोटे-छोटे मील
इमोशनल ईटिंग के दौरान महिलाएं अनहेल्दी चीजें खाती हैं और ओवरईटिंग भी कर बैठती हैं। साथ ही हर मील के बीच टाइम गैप भी कम होता है। जबकि महिलाओं को ऐसा नहीं करना चाहिए। इससे वेट काफी तेजी से बढ़ता है। इस स्थिति से बचने के लिए महिलाओं को छोटे-छोटे मील लेना चाहिए और बार-बार खाना चाहिए। आप दिन में तीन मील लें और दो बार स्नैक्स लें। स्नैक्स में हेल्दी चीजों का ऑप्शन रखें। इस तरह के मील लेने से वेट को संतुलित करने में सहायता करता है।
फिजिकली एक्टिव रहना है जरूरी
मिसकैरेज के बाद महिलाएं काफी ज्यादा तनाव में रहने लगती हैं। इस दौरान वह घर से बाहर तक निकलना बंद कर देती हैं। जब फिजिकल एक्टिविटी में कमी आती है, तो वेट बढ़ने लगता है। वहीं मोटापा बढ़ना कई अन्य बीमारियों की वजह भी बनता है। वेट न बढे़, इसके लिए जरूरी है कि आप फिजिकल एक्टिविटी जरूर करें। वहीं अगर आपकी रिकवरी हो गई है, तो डॉक्टर की सलाह पर वर्कआउट करना शुरू करें। शुरूआती दिनों में हल्की एक्सरसाइज करना चाहिए और समय बीतने के साथ इसकी इंटेंसिटी बढ़ाना चाहिए।
मेंटल हेल्थ का ध्यान रखना है जरूरी
मिसकैरेज के बाद महिलाओं को अपनी मेंटल हेल्थ का ध्यान रखना बहुत ज्यादा जरूरी होता है। क्योंकि जब तक आपकी मेंटल हेल्थ सही नहीं होगी, तो आपकी फिजिकल हेल्थ में भी सुधार नहीं होगा। अगर आप अपनी मेंटल हेल्थ को बेहतर नहीं कर पा रहे, तो इसके लिए एक्सपर्ट की मदद ले सकती हैं। वह काउंसलिंग की मदद से आपको स्ट्रेस से उबरने में मदद करेंगे। मेंटल हेल्थ में सुधार होते ही फिजिकल हेल्थ बेहतर होने लगेगी।