गर्भवती हैं तो प्रेगनेंसी की तीसरी तिमाही में ऐसे रखें अपना ख्याल

By Ek Baat Bata | Feb 10, 2021

माँ बनना किसी भी महिला के लिए दुनिया का सबसे बड़ा सुख होता है। प्रेगनेंसी में एक महिला कई तरह के उतार-चढ़ावों का अनुभव करती है। जैसे-जैसे डिलीवरी का समय नजदीक आता है उसके मन की ख़ुशी और बेचैनी बढ़ने लगती है। प्रेगनेंसी के आखिरी महीने सबसे नाजुक और खास होते हैं। इन आखिरी महीनों में एक गर्भवती महिला को अधिक देखभाल की जरूरत होती है। इस दौरान उसको अपने साथ-साथ अपने होने वाले शिशु की सेहत का भी ध्यान रखना होता है। आज के इस लेख में हम आपको बताएंगे कि प्रेगनेंसी की तीसरी तिमाही में एक गर्भवती महिला को अपना ध्यान कैसे रखना चाहिए 

खानपान का ध्यान रखें 
प्रेगनेंसी की आखिरी तिमाही में बच्चे का वजन बढ़ता है और उसका विकास भी बहुत तेज़ी से होता है इसलिए अपने खानपान का विशेष ध्यान रखें। एक गर्भवती महिला के शरीर को अधिक पोषक तत्वों की जरूरत होती है इसलिए संतुलित आहार लें। अपने खाने में आयरन, विटामिन और प्रोटीन युक्त भोजन शामिल करें। प्रेगनेंसी की आखिरी तिमाही में आप ताजे फल और सब्जियों का सेवन करें। अपनी डाइट में कीवी, सेब, संतरा, पालक और हरी सब्जियां शामिल करें। 

एक्सरसाइज करें 
प्रेगनेंसी का आखिरी महीना एक गर्भवती महिला के लिए बहुत महत्वपूर्ण और नाजुक समय होता है। डॉक्टर्स के मुताबिक इस दौरन गर्भवती महिला को हल्की एक्सरसाइज और वॉक करनी चाहिए। हालांकि, कोई भी एक्सरसाइज करने से पहले डॉक्टर की सलाह अवश्य लें और किसी एक्सपर्ट की निगरानी में ही एक्सरसाइज करें। डॉक्टर्स के मुताबिक तीसरी तिमाही में पेल्विक फ्लोर एक्सरसाइज, कीगल एक्सरसाइज और पिलेट्स जैसी एक्सरसाइज करना फायदेमंद होता है। 

डॉक्टर के संपर्क में रहें 
प्रेगनेंसी के आखिरी महीने में डॉक्टर से लगातार संपर्क में रहना चाहिए। प्रेगनेंसी के सातवें और आठवें महीने में डॉक्टर्स कुछ अंतराल में सोनोग्राफी करवाने की सलाह देते हैं। इससे वे बच्चे की पोजीशन और शारीरिक-मानसिक विकास के बारे में पता करते हैं। प्रेगनेंसी के आखिरी महीनों में डॉक्टर्स डॉक्टर्स शिशु के वजन और उसके शारीरिक विकास की जांच करते हैं। कई बार डॉक्टर्स शिशु के विकास को देखते हुए प्री-मैच्योर डिलीवरी की सलाह भी दे सकते हैं।

मैटरनिटी बैग तैयार कर लें 
प्रेगनेंसी के आखिरी महीनों में डिलीवरी कभी भी हो सकती है इसलिए अपना मैटरनिटी बैग तैयार कर लें, जो आप अपने साथ हॉस्पिटल लेकर जाएंगी। अपने मैटरनिटी बैग में आप उन सभी चीज़ों को रखें जिनकी जरूरत आपको अस्पताल में या डिलीवरी के बाद पड़ेगी। इस बैग में आप अपनी सारी मेडिकल रिपोर्ट्स और ज़रूरी डॉक्युमेंट्स, कपड़े, नर्सिंग ब्रा और सेनेटरी पैड्स, चप्पल और जुराबें, बच्चे के कपड़े, डायपर आदि रख लें।