क्या होती है मोलर प्रेगनेंसी? जानिए इसके लक्षण, प्रकार और उपचार

By Ek Baat Bata | Sep 03, 2021

एक सामान्य प्रेगनेंसी के दौरान, फर्टिलाइजेशन के बाद टिश्यू विकसित होते हैं जो अंततः नाल बन जाते हैं। लेकिन मोलर प्रेगनेंसी में, टिश्यू गर्भाशय में एक असामान्य वृद्धि बना देता है, जिसे मोल कहा जाता है। ऐसी स्थिति में प्लेसेंटा के बिना बच्चे को पोषण देने का कोई तरीका नहीं होता है और इस तरह की गर्भावस्था में गर्भपात जल्दी हो जाता है। मोलर प्रेगनेंसी में मोल का पता गर्भावस्था के 8-9वें हफ्ते के आसपास लगाया जा सकता है। इसके लिए डॉक्टर आपके एचसीजी स्तर की जांच करते हैं, जो मोलर प्रेगनेंसी के दौरान असामान्य रूप से बढ़ा हुआ होता है।
दाढ़ गर्भावस्था

दो प्रकार की होती है मोलर प्रेगनेंसी 
कंप्लीट या पूर्ण मोलर प्रेगनेंसी में प्लासेंटा का कोई टिश्यू नहीं बनता है।
पार्शियल या आंशिक मोलर प्रेगनेंसी में कुछ सामान्य प्लेसेंटल टिश्यू और कुछ फीटल टिश्यू बनते हैं, लेकिन यह एक स्वस्थ गर्भावस्था के लिए पर्याप्त नहीं होते हैं। इन दोनों ही मामलों में शरीर भ्रूण में असामान्य टिश्यू के प्रति प्रतिक्रिया करता है, जिससे प्रारंभिक गर्भावस्था के लक्षण महसूस होते हैं। 

मोलर प्रेगनेंसी के लक्षण 
वैजाइनल ब्लीडिंग 
पेल्विक हिस्से में दर्द 
उल्टी और मतली 
हाई बीपी 
ओवेरियन सिस्ट 

कई बार मोलर प्रेगनेंसी के लक्षणों को मिस्कैरिएज या एक्टोपिक प्रेगनेंसी समझ लिया जाता है। ऐसे में एचसीजी टेस्ट और अल्ट्रासाउंड करवाने के बाद ही सही पता चल पता है। 

मोलर प्रेगनेंसी का उचार 
मोलर प्रेगनेंसी का उचार के लिए डॉक्टर एक सर्जिकल प्रक्रिया करते हैं जिसे डायलेशन एंड कटरेज (D&C) कहा जाता है। इस प्रक्रिया में डॉक्टर ग्रीवाश्य के जरिए एक उपकरण डालकर गर्भाशय से मोल को हटा देते हैं।  हालांकि, कुछ दुर्लभ मामलों में, मोलर टिश्यू डी एंड सी के बाद भी वापस आ सकते हैं और जेस्टेशनल ट्रोफोब्लास्टिक नियोप्लासिया (जीटीएन) नामक ट्यूमर के रूप में विकसित हो सकते हैं। ऐसी स्थिति में जरूरत पड़ने पर जीटीएन का कीमोथेरेपी या हिस्टेरेक्टॉमी के साथ इलाज किया जाता है।

मोलर प्रेगनेंसी को रोकने का कोई निश्चित तरीका नहीं है। लेकिन अगर आपको पहले कभी मोलर प्रेगनेंसी हुई है तो डॉक्टर आपको दोबारा प्रेगनेंट होने की कोशिश करने से पहले एक साल तक इंतजार करने की सलाह दे सकते हैं। यदि किसी महिला को मोलर प्रेगनेंसी हो तो इसका इलाज किया जा सकता है और वह भविष्य में हेल्दी प्रेगनेंसी कर सकती है।