जन्माष्टमी पर कान्हा को भोग लगाने के लिए ट्राई करें ये आसान प्रसाद रेसिपीज़

By Ek Baat Bata | Aug 28, 2021

जन्माष्टमी पर्व में अब कुछ ही दिन बाकी हैं। यह त्यौहार देशभर में बहुत धूम-धाम से मनाया जाता है। इस दिन को भगवान श्रीकृष्ण के जन्मोत्सव के रूप में मनाया जाता है। इस दिन विशेष रूप से लड्डू गोपाल की पूजा की जाती है। मथुरा-वृन्दावन में जन्माष्टमी पर भगवान कृष्ण को 56 भोग लगाने की परंपरा है। श्रीकृष्ण के भक्त अपने घरों में भगवान के लिए प्रसाद बनाते हैं। माना जाता है कि कान्हा जी को माखन मिश्री खाना बहुत पसंद है। जिस तरह लोग अपने बच्चे या घर के किसी सदस्य का जन्मदिन धूमधाम से मनाते हैं, वैसे ही जन्माष्टमी पर भी घरों में स्वादिष्ट व्यंजन बनते हैं। अगर आप भी यह सोच रहे हैं कि जन्माष्टमी पर श्रीकृष्ण को भोग लगाने के लिए प्रसाद में क्या बनाएं तो यह लेख जरूर पढ़ें। आज हम आपको जन्माष्टमी पर प्रसाद की बहुत आसान और स्वादिष्ट रेसिपीज बताने जा रहे हैं - 

धनिया की पंजीरी 
इसके लिए एक कढ़ाई में घी गर्म कर लें। अब इसमें कटे हुए सूखे मेवे डालकर भून लें। इसके बाद सारे मेवों को क प्लेट में निकाल लें। 
अब कढ़ाई में नारियल का बूरा हल्का सा भून लें। 
इसके बाद इसमें थोड़ा सा घी डालें और धनिया पाउडर को हल्का सा भून लें।
इसके बाद भुनी हुई धनिया को एक प्लेट में निकाल कर पूरी तरह ठंडा होने दें।
अब इसमें पिसी हुई चीनी, नारियल का बूरा और सूखे मेवे मिलाएं। 
पंजीरी में तुलसी दल डालकर कान्हा को इसका भोग लगाएं।  

माखन मिश्री 
एक बाउल में बर्फ के टुकड़े डालें। अब इसमें घी डालकर व्हिस्कर की सहायता से इसे जल्दी-जल्दी फेंट लें।  
फेंटने के बाद आप देखेंगे कि घी से माखन बनना शुरू हो जाएगा। 
चिकना मिश्रण तैयार करने के लिए कुछ मिनट तक फेंटते रहें।
माखन बनने के बाद बर्फ के टुकड़े बाउल से निकाल लीजिए। 
अब बाउल में मिश्री डालें और फिर से अच्छी तरह मिला लें।
माखन मिश्री में तुलसी दल डालकर भोग लगाएं। 

मखाना पाग 
इसके लिए एक बर्तन में दूध डालकर उबालें। 
जब दूध में एक उबाल आ जाए तो इसमें पिसी हुई चीनी डालकर दूध गाढ़ा होने तक उबालें। दूध को बीच-बीच में चलाते रहें।
अब एक पैन में घी डालकर गर्म कर लें। इसमें मखाना डालकर हल्का भून लें। इसके बाद मखाने को एक प्लेट में निकालकर ठंडा कर लें। 
अब भुने हुए मखाने को दूध में डालें। मखाना पाग को एक कटोरी में निकालकर, तुलसी दल डालकर भोग लगाएं। 

पंचामृत
पंचामृत बनाने के लिए एक बड़े कटोरे में दही, दूध, शहद, पिसी चीनी और घी डालें। सभी सामग्री को अच्छी तरह से फेंट लें।
अब इसमें तुलसी के पत्ते डालकर कान्हा को भोग लगाएं। 

गोपालकला
गोपालकला बनाने के लिए सबसे पहले पोहे को 1-2 मिनट के लिए पानी में भिगो दें। 
जब पोहा नरम हो जाए तो सारा पानी निकाल दें और एक मिनट के लिए छलनी में रख दें, जब तक कि सारा पानी निकल न जाए।
अब एक कड़ाही में घी गर्म करें। अब इसमें राई डालें और इसे चटकने दें। 
इसके बाद जीरा, हरी मिर्च, अदरक के टुकड़े डालकर एक मिनट तक भूनें और आंच बंद कर दें।
अब पोहे में मसाला, दही, बारीक कटे खीरा, कद्दूकस किया हुआ नारियल और स्वादानुसार नमक डालें। 
गोपालकला को बहुत हल्के हाथों से मिलाएँ। 
आखिर में कटी हुई धनिया पत्ती डालकर भोग लगाएँ।