जहरीले मशरूम की ऐसे करें पहचान, जानें इसे पकाने का सही तरीका, फायदे और नुकसान

By Ek Baat Bata | Dec 21, 2020

मशरूम का इस्तेमाल सब्जी, सलाद या अचार बनाने के लिए किया जाता है। मशरूम में विटामिन बी, डी, पोटैशियम, कॉपर, आयरन, फाइबर और सेलेनियम जैसे पोषक तत्व मौजूद होते हैं जो हमारे स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होते हैं। बाजार में मशरूम की कई प्रजातियाँ उपलब्ध है। लेकिन मशरूम खरीदते समय इसकी सही से पहचान करना बहुत जरूरी होता है वरना यह हमारी स्वास्थ्य के लिए हानिकारक साबित हो सकता है। आज के इस लेख में हम आपको बताएंगे कि मशरूम की पहचान कैसे, इसे पकाने का सही  तरीका, इसके फायदे और नुकसान बताने जा रहे हैं -   >

ऐसे करें मशरूम की पहचान 
आमतौर पर खाने के लिए सफेद बटन मशरूम का इस्तेमाल किया जाता है। इसकी छतरी सफेद और गोल होती है। कोशिश करें कि आप बाजार के किसी अच्छी दुकान से ताजा बटन मशरूम पहचानकर ही खरीदें। ताजा मशरुम सॉफ्ट होता है।

पहाड़ी इलाकों या ठंडी जगहों पर बारिश के मौसम में जगह जगह जंगली मशरूम उग आता है, जिसे कुकुरमुत्ता भी कहते हैं। यह दिखने में मशरूम जैसा ही होता है लेकिन इसकी छतरी चपटी होती है। इस मशरूम का सेवन करने से बचें क्योंकि इसमें कई हानिकारक तत्व पाए जाते हैं। जंगली मशरूम का सेवन करने से आप बीमार भी पड़ सकते हैं। कई बार आपने मशरूम खरीदते हुए ध्यान दिया होगा कि मशरूम के ऊपर पर काले धब्बे या काले पाउडर जैसी चीज़ नज़र आती है, ऐसे मशरूम का सेवन नहीं करना चाहिए। 

मशरूम खरीदते हुए इसके ऊपरी हिस्से (छतरी) को जरूर चेक कर लें। अगर इस पर छोटे-छोटे दाग-धब्बे या हो तो इसे ना खरीदें। यह इस बात का संकेत हो सकता है कि मशरूम खराब हो गए हैं।

अगर मशरूम से सड़ी हुई या गीली लकड़ी जैसी बदबू आ रही हो, तो इसका सेवन करने से बचें। इसके साथ ही अगर मशरूम से मीठी सी खुशबू आ रही हो तो ऐसे मशरूम ना खरीदें। 

अगर मशरूम असामान्य दिख रहे हों या सिकुड़ कर छोटे हो गए हैं तो इनका सेवन करने से परहेज करें। 

मशरूम पकाने का सही तरीका 
बाज़ार से मशरुम खरीद कर लाने के बाद उन्हें साफ़ पानी से अच्छे से धो लें। इसके बाद मशरुम को छोटे-छोटे टुकड़ों में काटकर मक्खन या तेल में फ्राई कर लें। ध्यान रहे कि मशरूम को हमेशा स्टेनलेस स्टील के पाएं में ही पकाना चाहिए। जब मक्खन या तेल अच्छी तरह गर्म हो जाए, उसके बाद ही मशरूम को फ्राई करें वरना मशरूम से पानी निकलने लगेगा। मशरूम से नमी निकालने के लिए एक बार में थोड़े मशरूम ही डालें। इसके साथ ही मशरूम फ्राई करते समय उन्हें बीच-बीच में चलाते और पलटते रहें वरना वे चिपक या जल जाएंगे। जब मशरूम से नमी हो जाए तो नमक और मसाले मिलाएं और अच्छी तरह चलाएं। मशरूम में नमक हमेशा अंत में डालना चाहिए, इससे मशरूम कुरकुरे बनते हैं। 
 

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मशरूम खाने के फायदे 
मशरूम हमारी दिल की सेहत के लिए बहुत अच्छा होता है। इसमें फाइबर , पोटेशियम और विटामिन सी जैसे पोषक तत्व होते हैं जो हृदय के स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होते हैं। इसके अलावा इसमें बीटा ग्लुकेन नामक तत्व पाया जाता है जो कोलेस्ट्रॉल कम करने में सहायक होता है और इससे ब्लड प्रेशर की समस्या में भी लाभ होता है। 

मशरूम में भरपूर मात्रा में एंटी-ऑक्सीडेंट होते हैं जो बढ़ती उम्र के लक्षणों को कम करने और वजन घटाने में सहायक होता है।

मशरूम में सेलेनियम नामक तत्व पाया जाता है जो शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में मदद करता है। इससे सर्दी-जुकाम और संक्रमण का खतरा कम होता है। 

मशरूम विटामिन डी का भी एक बहुत अच्छा स्त्रोत है। मशरूम के सेवन से हमारे शरीर की आवश्यकता का 20 प्रतिशत विटामिन डी हमें मिल जाता है। इससे हड्डियां भी मजबूत बनती हैं। 

मशरूम के नुकसान 
वैसे तो मशरूम का सेवन हमारे स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद होता है। इसमें मौजूद पोषक तत्व हमारी स्वास्थ्य की जरूरतों को पूरा करने में सहायक होते हैं। आमतौर पर खाने के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले बटन मशरूम की तरह ही जंगली मशरूम भी दिखता है जो जहरीला होता है। लेकिन अगर हम मशरूम की सही तरह से ना पहचान करें तो यह हमारे स्वास्थ्य के लिए घातक हो सकता है। जंगली मशरूम या खराब मशरूम खाने से फ़ूड पॉयजनिंग भी हो सकती है। इससे पेट दर्द, उल्टी, दस्त और कमजोरी जैसे लक्षण हो सकते हैं। इसलिए यह बेहद जरूरी है कि आप मशरूम खरीदते समय इसकी सही से पहचान करें और सही तरीके से पका कर खाएं।