गेंदा फूल के लिरिक्स लिखने वाले रतन कहार की चमकी किस्मत, बादशाह ने दिखाई दरियादिली

By Ek Baat Bata | Apr 13, 2020

इस समय हर किसी की जुबां पर हाल ही में रिलीज हुआ सॉन्ग 'गेंदा फूल' जरूर होता है। यह गाना जितना हिट हुआ उतना ही विवाद इस गाने के बोल को लेकर हुआ है। दरअसल रैपर बादशाह पर ये आरोप लगा कि 'गेंदा फूल' गाने के बोल चुराकर इसके असली हकदार और इस गाने के बोल लिखने वाले रतन कहार को ना तो कोई क्रेडिट दिया गया ना किसी प्रकार का बेनिफिट। सोशल मीडिया पर लिरिक्स चुराने के आरोपों की झड़ी लग गई और गाने को विवाद में फंसते देख आखिर बादशाह ने चुप्पी तोड़ी है।

बादशाह ने हालिया इंटरव्यू में अपने इस गाने के विवाद को लेकर बात की है। लिरिक्स चोरी करने पर उठाए गए सवाल का जवाब भी दिया बादशाह ने और कहा, "अगर यह मामला लिरिक्स चोरी करने का होता तो मुझ पर कार्रवाई हो चुकी होती। ओरिजिनल सॉन्ग रीक्रिएट होते रहे हैैं। अगर बात गाने में रतन जी को क्रेडिट देने की है तो उन्हें बांग्ला फिल्मों में भी क्रेडिट नहीं दिया गया। यह दुर्भाग्यपूर्ण है क्योंकि किसी भी आर्टिस्ट के लिए कमाई का जरिया मात्र राॅयल्टीज होती है। जहां तक मामला विवाद का है तो मैं रतन जी की पूरी मदद करूंगा।" बादशाह ने दरियादिली दिखाते हुए रतन कहार को अपनी टीम के द्वारा 5 लाख की तत्काल मदद भी दी है। साथ में गाने की रिकॉर्डिंग करने की बात कही है।

आखिर क्या था पूरा विवाद?
हाल ही में सोनी म्यूजिक के बैनर तले बादशाह ने जैकलीन फर्नांडिस के साथ मिलकर बांग्ला गाने को मिक्स करके एक एल्बम सॉन्ग रिलीज किया। जिसके मीठे बोल 'बोरो लोकर बीटी लो लंबा लंबा चूल एमन माथाये बेधे देबो लाल गेंदा फूल' करोंड़ों लोगों के दिलों को भा गया। सोशल प्लेटफॉर्म्स पर तभी से रतन कहार के लिए लोगों ने सहानुभूति दिखानी शुरू कर दी। बादशाह पर बोल चोरी करने के आरोप लगने लगे साथ ही रतन कहार के लिए न्याय की गुजारिश की जाने लगी। पैसा मिलने की पुष्टि रतन जी ने स्वयं की है।

कौन हैं रतन कहार ?
लोकगायक रतन कहार बंगाल के बीरभूम के गांव सिऊरी के रहने वाले हैं। रतन कहार ने 'गेंदा फूल' जैसे और भी कई गीत बांग्ला में लिखे हैं। लेकिन फिर भी रतन सफलता की सीढ़ियों से काफी पीछे रह गए और आज भी तंगहाली व गरीबी में अपना जीवन व्यतीत कर रहे हैं। गेंदा फूल गीत उन्होंने सन 1970 में लिखा था।

आखिरकार रतन कहार को 5 लाख की आर्थिक मदद देते हुए रैपर बादशाह ने करोड़ों लोगों का दिल एक बार फिर जीत लिया है और इस विवाद से बाहर आ चुके हैं। लेकिन सवाल यह उठ रहा है कि बंगाल के इस फोक आर्टिस्ट को तो न्याय मिल गया। लेकिन देश में ऐसे ही ना जाने कितने कलाकार केवल पहचान और प्लेटफॉर्म्स न होने के कारण जिन्दगी में पिछड़ जाते हैं।