अनुपम खेर की जिंदगी से जुड़ी खास बातें, जाने कैसा था उनकी पहली फिल्म का एक्सपीरियंस

By Ek Baat Bata | Mar 07, 2020

बॉलीवुड के जाने-माने अभिनेता जिन्होंने पर्दे पर हर तरह के किरदार को निभाया है। फिर चाहें जब वह विलेन बनकर पर्दे पर उतरे और अपनी एक्टिंग में सिनेमा धाक जमाई। बड़े पर्दे पर अलग-अलग किरदार को जीने वाले अनुपम खेर आज 75 वर्ष के हो गए हैं। अनुपम खेर का जन्म 7 मार्च 1955 में हुआ था। अनुपम के पिता का नाम पुष्कर नाथ था। पुष्कर नाथ कश्मीरी पंडिथ थे और वह वहां पर क्लर्क का काम करते थे। अनुपम खेर ने अपनी शुरूआती पढ़ाई शिमला के डीएवी स्कूल से की थी। बाद में उनकी दिलचस्पी जब सिनेमा की ओर बढ़ी तो उन्होंने अपनी आगे की बढ़ाई करने के लिए नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा में एडमिशन लिया था। फिर उन्होंने मुंबई का रूख किया।

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सन् 1984 में अभिनेता अनुपम खेर की बड़े पर्दे पर पहली फिल्म आई जिसका नाम 'सारांश' था। इस फिल्म के बाद अनुपन ने कई बड़ी फिल्मों में काम किया। अनुपम खैर हमेशा सपोर्टिंग एक्टर के तौर पर दिखाई दिए। सपोर्टिंग एक्टर होने के बावजूद अनुपम का रोल फिल्म में दमदार हुआ करता था। धीरे-धीरे उन्होंने कई फिल्मों में काम किया और बड़े स्टार बन गये। 

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इसी बीच उनकी मुलाकाल मधुमालती से हुई। मधुमालती सिनेमा इंडस्ट्री से नहीं थी। अनुपन को मधुमालती की सादगी पंसद आयी और उन्होंने मधुमालती से शादी कर ली। मधुमालती के साथ उनकी शादी ज्यादा दिन तक नहीं चली। दोनों का तलाक हो गया। फिर एंट्री होती है अनुपम खैर की जिंदगी में किरण खैर की। दोनों के बीच प्यार हुआ और फिर दोनों ने शादी कर ली। अनुपम खैर और किरण का एक बेटा भी है। जिसका नाम सिकंदर खैर।
 
आइये आपको बताते हैं उनकी पहली फिल्म का सफर....
 
सन 1984 में अभिनेता अनुपम खेर की बड़े पर्दे पर पहली फिल्म आई जिसका नाम था सारांश। इस फिल्म में अभिनेता अनुपम खेर ने बीबी प्रधान का किरदार निभाया था जो एक बुजुर्ग का रोल था। फिल्म में अनुपम खेर ने ऐसे बुजुर्ग का रोल किया जो बंबई में रहता है और जिसके जवान बेटे को न्यू यॉर्क में मार दिया जाता है। अब उसकी अस्थियों के पाने के लिए उसे सरकारी दफ्तरों में एड़िया रगड़नी पड़ती हैं और उससे रिश्वत मांगी जाती है, वो गुंडागर्दी झेलता है। अनुपम सारांश फिल्म में बहुत ही उम्दा हुजूर का किरदार निभाया था। सारांश फिल्म के डायरेक्टर महेश भट्ट को 28 वर्षीय जवान अनुपम खेर पर पूरा विश्वास था कि वह ही बुजुर्ग का रोल बहुत ही अच्छे तरीके से निभा सकते है और अनुपम खेर ने यह बात सारांश फिल्म से साबित भी कर दी थी। 200 से ज्यादा फिल्मों में अलग अलग तेरे दार निभाने के पास आज भी अनुपम खैर सिनेमा जगत के बहुत ही महत्वपूर्ण सदस्य माने जाते हैं। अभिनेता अनुपम खेर का सिनेमा जगत में बहुत बड़ा योगदान माना जाता है। उन्हें कई पुरस्कारों से नवाजा गया है। 1985 में सारांश के लिए सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का फिल्म फेयर अवॉर्ड अनुपम के नाम हुआ। वही सन 2016 में भारत सरकार द्वारा पद्मभूषण से अनुपम खेर को सम्मानित किया गया। सन 1989 के  फिल्म फेयर मे फिल्म विजय के लिए सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेता के पुरस्कार से अनुपम खेर को सम्मानित किया गया। लगातार पिछले कई दशकों से अनुपम खेर भारतीय सिनेमा में अपना योगदान दे रहे हैं।