Open Hair At Night: दादी-नानी की सीख का वैज्ञानिक आधार, जानें क्यों शाम को खुले बाल रखना माना जाता है अशुभ

By Ek Baat Bata | Dec 26, 2025

हिंदू धर्म में सूर्योदय और सूर्यास्त को लेकर कई तरह के नियमों के बारे में बताया गया है। जिनमें से कुछ नियम खासकर महिलाओं के लिए होते हैं। वहीं इन नियमों का पालन न करने पर इसके अशुभ प्रभावों का खतरा रहता है। हिंदू धर्म में सूर्यास्त के बाद माने जाने वाले कुछ नियमों में, सूर्यास्त के बाद घर में झाड़ू न लगाना, दान या उधार न देना और सोना नहीं चाहिए आदि शामिल है। वहीं एक नियम यह भी है कि सूर्यास्त के बाद शाम को महिलाओं को अपने बाल नहीं खुले रखने चाहिए। साथ ही खुले बालों के साथ बाहर भी नहीं जाना चाहिए। यही वजह है कि हमारी दादी-नानी अक्सर शाम या रात में बाल खुले देखते ही उनको बांधने के लिए कहती हैं।

आजकल की मॉर्डन लाइफस्टाइल में इन बातों को मिथक माना जाता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि यह नियम शास्त्र और विज्ञान दोनों से जुड़े हैं। ऐसे में आज इस आर्टिकल के जरिए हम आपको बताने जा रहे हैं कि शाम के बाद बाल खुले रखने की क्यों मनाही होती है।

सूर्य डूबने के बाद बाल खुले रखना

आज के समय में बालों को खुला रखने का फैशन है। अधिकतर महिलाएं शाम के समय बालों को खुला रखना पसंद नहीं करती हैं। बल्कि वह खुले बालों की हेयर स्टाइल बनाकर बाहर जाना पसंद करती हैं। लेकिन शास्त्रों में ऐसा करने की मनाही है। वहीं इन नियमों का पालन न करने पर जीवन में इसका निगेटिव असर देखने को मिल सकता है और तमाम तरह की परेशानियां भी झेलनी पड़ सकती हैं। मान्यता है कि सूर्यास्त के बाद बालों को खुला रखने से निगेटिव एनर्जी जल्दी आकर्षित होती हैं। वहीं अगर महिलाएं खुले बाल करके बाहर निकलती हैं, तो इससे नकारात्मक शक्तियों या तंत्र क्रिया की चपेट में आने का खतरा बढ़ जाता है।

अनिष्ट का कारण

हिंदू धर्म शास्त्रों के अलावा पौराणिक मान्यताओं के मुताबिक शाम के बाद बालों को खुला नहीं छोड़ने की अन्य कई उदाहरण मिलते हैं। मां सीता की माता सुनयना ने भी विवाह के समय सीता जी के बाल बांधे और कहा था कि बाल खुले नहीं रखना। सुनयना ने सीता जी को बताया था कि बंधे हुए बाल रिश्तों को भी बांधकर रखते हैं। वहीं शास्त्रों में भी बालों को अमंगलकारी बताया गया है। पौराणिक कथा के मुताबिक श्रीराम को वन में भेजने से पहले कैकई रूठकर कोपभवन में चली गई थीं, तब कैकेई के बाल भी खुले थे। वहीं मान्यता यह भी है कि महिलाओं को अकेले बाल खुले रखकर नहीं सोना चाहिए। हालांकि पति के साथ सोने पर बाल खुले रखे जा सकते हैं।

जानिए क्या कहता है विज्ञान

बता दें कि विज्ञान भी रात में बाल खुले रखने को अच्छा नहीं मानता है। बालों के सूख जाने पर इनको उलझने से बचाने के लिए बांध लेना चाहिए। रात के समय बाल खुले रखने से इनके उलझने के चांसेज अधिक रहते हैं। इससे बाल कमजोर होकर टूटने लगते हैं। बाल खुले होने पर सोत समय बाल चेहरे पर आते हैं, जिस कारण नींद में परेशानी होती है और स्किन संबंधी परेशानियां हो सकती हैं। ऐसे में अगर घर की बड़ी-बुजुर्ग महिलाएं शाम को बाल खुले रखने के लिए मना करती हैं, तो आपको उनकी बातों पर गौर जरूर करना चाहिए।