दिवाली पर हैं घर से दूर? जानें धनतेरस से भाईदूज तक हर दिन क्या-क्या करें

By Ek Baat Bata | Oct 26, 2021

दिवाली में अब बस कुछ ही दिन बाकी हैं। कल धनतेरस की शुरुआत से अगले पाँच दिनों तक दिवाली का महापर्व मनाया जाएगा। पूरे देश में दिवाली बड़ी धूम-धाम से मनाई जाती है। दिवाली की तैयारी धनतेरस से पहले से ही शुरू हो जाती हैं। इन पाँच दिनों में लोग अपने परिवार और करीबी लोगों के साथ समय बिताते हैं और खुशियाँ मनाते हैं। इन पाँच दिनों में हर दिन का अपना ही विशेष महत्व है। धनतेरस से लेकर भाई दूज तक हर दिन के अलग-अलग रिवाज होते हैं। ऐसे में अगर आप घर से दूर रह रही हैं और इस सोच में हैं कि इन पाँच दिनों में क्या-क्या किया जाता है तो आज का लेख जरूर पढ़ें। आज हम आपको बताएँगे कि अगर आप घर से दूर हैं तो धनतेरस से लेकर भाई दूज तक आपको क्या-क्या करना चाहिए -
 
पाँच दिन तक चलने वाले दिवाली महापर्व की शुरुआत धनतेरस से होती है। इस दिन बर्तन और सोने या चांदी की चीज़ें खरीदना बहुत शुभ माना जाता है। इसके साथ ही धनतेरस के दिन घर में दीपक अवश्य जलाना चाहिए। अगर आप घर से दूर हैं और ज्यादा कुछ नहीं कर सकती हैं तो धनतेरस पर घर में एक दीपक जरूर जलाएं। इसके अलावा आप बर्तन या सोने या चाँदी का सामान भी खरीद सकती हैं। अगर कुछ ज्यादा खरीददारी नहीं करना चाहती हैं तो धनतेरस के दिन एक कटोरी या गिलास ही खरीद सकती हैं।

धनतेरस के अगले दिन नरक चतुर्दशी होती है जिसे छोटी दिवाली भी कहा जाता है। इस दिन घर की साफ-सफाई करनी चाहिए। नरक चतुर्दशी के दिन भगवान श्रीकृष्ण और हनुमान जी की पूजा का विशेष महत्व होता है। इस दिन यमराज की भी पूजा की जाती है। नरक चतुर्दशी के दिन यमराज को तर्पण करें और यम का दीपक जलाएं। इस दिन 14 दिए जलाने की परम्परा होती है इसलिए शाम को घर में 14 दिए जला के रखें।

दिवाली के दिन घर की साफ-सफाई की जाती है और घर में दीपक जलाए जाते है। इस दिन विशेष रूप से माँ लक्ष्मी और गणेश भगवान की पूजा की जाती है। दिवाली के दिन रंगोली बनाना बहुत शुभ माना जाता है। अगर आप घर से दूर हैं और आपको रंगोली बनानी नहीं आती है तो आप ऑनलाइन रंगोली ऑर्डर कर सकती हैं। आजकल ऑनलाइन रंगोली बनाने वाले साँचे या बनी-बनाई रंगोली भी उपलब्ध है। दिवाली को रात में लक्ष्मी-गणेश जी की पूजा करें और घर के हर कोने में दीये और मोमबत्ती जलाएं। दिवाली के दिन मिठाइयाँ और पकवान बनाए और खाए जाते हैं। अगर आप घर से दूर रह रही हैं तो घर पर ही पूड़ी-पकवान बना सकती हैं या बाहर से भी ऑर्डर कर सकती हैं।

दिवाली के अगले दिन को गोवर्धन पूजा के रूप में मनाते हैं। इस दिन भगवान श्रीकृष्ण के साथ-साथ गाय माता की पूजा की जाती है। वैसे तो इस दिन गाय के गोबर से गोवर्धन बनाया जाता है और उसकी पूजा की जाती है। लेकिन अगर आप ये सब नहीं कर सकती हैं तो किसी पास के मंदिर में जाकर भगवान श्री कृष्ण को प्रसाद चढ़ा दें या घर पर ही पूजा कर लें।

दिवाली के दो दिन बाद भाई दूज का त्यौहार मनाया जाता है। यह दिन भाई-बहन के प्यार को समर्पित होता है इसलिए इस दिन अपने भाई से फोन पर बात करें और उनसे आशीर्वाद लें या दें। अगर आप घर से दूर हैं तो अपने भाई को मिठाई, कपड़े या कोई गिफ्ट भेज सकती हैं।