बागवानी करने का शौक काफी लोगों को होता है। यह लोग अपने बगीचे में सिर्फ फूल के पौधे नहीं बल्कि साग-सब्जियों के भी पौधे लगाना पसंद करते हैं। इन पौधों में एक और प्लांट शामिल है, वह नींबू का पौधा शामिल है। पौधों की देखभाल के लिए लोग बाजार से खाद खरीदकर लाते हैं, बल्कि कई लोग घरेलू तरीके भी अपनाते हैं। कई बार हम लोग नींबू के पौधे में महंगे-महंगे फर्टिलाइजर और कीटनाशकों का इस्तेमाल करते हैं। हालांकि कई बार इसके बाद भी मनचाहा परिणाम नहीं मिलता है।
अगर आपके घर में नींबू का पौधा है और उनका हाल भी कुछ ऐसा है, तो बता दें कि अंडे के सफेद छिलके इसके लिए जादू की तरह काम कर सकता है। अगर आप भी नींबू के पौधे की ग्रोथ को रॉकेट की तरह बढ़ाना चाहते हैं, तो अंडे के छिलके के 3 जादुई तरीके अपना सकती हैं। यह तरीका आपकी गार्डनिंग का न सिर्फ खर्च बचाएगा, बल्कि आपके अपने हाथों से उगाए हुए रसीले नींबू का स्वाद लेने का भी मौका मिलेगा।
नींबू के पौधे में डालें अंडे का छिलका
बता दें कि अंडे के छिलके में कैल्शियम कार्बोनेट पाया जाता है, जोकि पौधों के लिए एक जरूरी पोषक तत्व माना जाता है। यह पौधों की जड़ों को मजबूत बनाने के साथ उनको बढ़ने में भी सहायता करता है। नींबू के फलों में कैल्शियम की कमी से ब्लोसम एंड रॉट जैसी समस्या पैदा होती है, जिस कारण फल सड़ने लगते हैं।
अंडे के छिलके का पाउडर
सबसे पहले पाउडर बनाने के लिए अंडे के छिलकों को अच्छे से धोकर धूप में सुखा लें। अब इन छिलकों को मिक्सर में पीसकर पाउडर बना लें। इस पाउडर को आप महीने में 2-3 चम्मच नींबू के पौधे की मिट्टी में चारों तरफ फैलाएं और फिर हल्का पानी डालें।
लिक्विड फर्टिलाइजर
अगर आप कुछ ही समय में पौधों में फर्क देखना चाहती हैं, तो अंडे कि छिलके को लिक्विड फर्टिलाइजर की तरह इस्तेमाल कर सकती हैं।
कुछ अंडों के छिलकों को अच्छे से धोकर एक लीटर पानी में डालें। अब इस पानी को 10-15 मिनट लो फ्लेम पर उबालें। फिर गैस बंद करके पानी को ठंडा होने के लिए रख दें। जब पानी ठंडा हो जाए, तो इसको छानकर एक स्प्रे बोतल में भर लें। अब स्प्रे को सीधे पौधे की पत्तियों और तने पर डाल सकते हैं।
अंडे के छिलके से करें मल्चिंग
छिलकों को छोटे-छोटे टुकड़ों में तोड़ लें।
इसके बाद अंडे के इन छिलकों को पौधे के तने के चारों ओर मिट्टी की ऊपरी परत पर फैला दें।
ऐसा करने से नींबू के पौधे की मिट्टी की नमी लंबे समय तक बनी रहती है।