अगर आप भी रहती हैं UP में तो लॉकडाउन से ना हों परेशान, इस नंबर पे कॉल कर मंगाएं राशन

By Ek Baat Bata | Mar 25, 2020

कोरोनावायरस के बढ़ते प्रकोप ने आम जनजीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया है। दैनिक जीवन में मूलभूत चीजों की कमी लोगों के लिए बदहाली का समय ला रही है। ऐसे में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री पूरे एक्शन मोड में हैं। योगी अपने प्रदेश के प्रत्येक नागरिक को कोरोना की वजह से हुए लाॅकडाउन का रत्ती भर भी असर नहीं पड़ने देना चाहते। इस बाबत यूपी मुखिया ने बतौर मुख्यमंत्री ऐलान किया है कि सुबे में मूलभूत सुविधाएं जिनकी जरूरत अति आवश्यक है, जैसे दूध, फल, सब्जी, दवाएं, एवं अन्य जरूरी सामानों की होम डिलीवरी की व्यवस्था की जाएगी।

पीएम मोदी ने मंगलवार की देर रात 8:00 बजे देश को संबोधित करते हुए समूचे भारत में 21 दिन का लाॅकडाउन घोषित कर दिया जिसे आगे बढ़ाते हुए सुबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ ने भी अपने राज्य की जनता को संबोधित करते हुए आश्वस्त किया है कि हमारे पास मूलभूत चीजों का पूरा स्टाॅक मौजूद है।उत्तर प्रदेश की जनता को किसी भी प्रकार की परेशानियों का सामना नहीं करना पड़ेगा। राज्य की 23 करोड़ जनता को योगी आदित्यनाथ ने यह भरोसा दिलाया है कि होम डिलीवरी के तहत यूपी के सभी नागरिकों को जरूरी सामानों की उपलब्धता कराई जाएगी।

इन इमर्जेंसी नंबर पर करें सम्पर्क:-

पुलिसिया मदद:-112

खाद्य पदार्थों से सम्बन्धित मदद के लिए:- 0522-2622427

अन्य विशेष समस्याओं के लिए:- 1800-180-5145

समुचे देश में लॉक डाउन होने के बाद जिस तरह से जरूरी सेवाओं में शामिल किराना दुकानों, फल, सब्जियां, मेडिकल सेवाओं एवं अन्य जरूरी सामान की दुकानों को खुला रखने का आदेश जारी किया गया है। परंतु करोड़ों का खौफ कुछ इस कदर पसरा हुआ है कि लोग अपने घरों में कैद हो चुके हैं ऐसे में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री का होम डिलीवरी की व्यवस्था करना सराहनीय कदम है। यूपी मुख्यमंत्री ने होम डिलीवरी की व्यवस्था के लिए लगभग 10 हजार से अधिक गाड़ियों की व्यवस्था करने की बात कही है।

यूपी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अच्छी पहल करते हुए कोरोना से प्रदेश की जनता को बचाने के लिए जो सराहनीय कदम उठाया है। वक्त आ चुका है कि इस तरह के कदम अन्य प्रदेशों के मुखिया भी उठाएं। डोर-टू-डोर जरूरी सामानों की डिलीवरी का बीड़ा यूपी सरकार ने कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ने के लिए उठाया है। भारत सरकार को केन्द्रीय स्तर पर सतर्कता बरतते हुए इसी तरह के कदम उठाना जनता द्वारा अपेक्षित है।