रोजाना दांतों की सफाई करना बेहद जरूरी होता है। फिर चाहे वह बड़ा-बूढ़ा हो या बच्चा हो। दांतों की सफाई न करने पर उनमें प्लाक जमने लगता है और दांत पीले नजर आने लगते हैं। गंदगी जमने से मुंह से बदबू आने लगती है और दांत सड़ने लगें, तो कैविटी हो जाती है, जोकि दांतों के खोखले होने के कारण बनती है।
ऐसे में दांतों की सफाई करना बेहद जरूरी होता है। कई बार छोटे बच्चे दांत साफ करने में आनाकानी करने लगते हैं। वहीं पेरेंट्स को भी नहीं समझ आता है कि किस तरह से बच्चे के दांतों की सफाई की जाए। ऐसे में आज इस आर्टिकल के जरिए हम आपको बताने जा रहे हैं किस पोजीशन में बच्चे के दांत साफ करना आसान होता है।
कैसे साफ करें बच्चे के दांत
डेंटिस्ट के मुताबिक छोटे बच्चे जो 1 से डेढ़ साल के हों, उनको हाई चेयर पर बैठा दें। अक्सर इन्हीं चेयर पर बैठकर बच्चे खाना खाते हैं। इस तरह से बच्चे को बैठाकर उनके दांत साफ करें। इससे बच्चे के पीठ को सपोर्ट भी मिल जाता है और आप अच्छे से बच्चे के मुंह में झांककर दांतों का कोना-कानो साफ कर सकते हैं।
बच्चे के दांतों को साफ करने का सबसे आसान तरीका है कि बच्चे को बेड या जमीन कर लिटाकर दांत को साफ करें। इस तरह से आप आसानी से उनके दांतों को साफ कर पाएंगे। आपको बच्चे के पीछे बैठना है और उसे सामने पीठ के बल लिटाना है। अब बच्चे के हाथों पर हल्के से अपने पैरों को रखता है, जिससे कि बच्चा हाथ न हिला सके।
बच्चों के दांत सड़ने से ऐसे बचाएं
बच्चे के दूध की बोतल को पेसिफायर की तरह उपयोग नहीं करना चाहिए। बच्चे के मुंह में हर समय दूध की बोतल लगाकर न रखें। क्योंकि दूध की बोतल से दांतों में बैक्टीरिया पनप सकते हैं।
बच्चे के सोने के बाद उसके मुंह में देर तक दूध की बोतल या फिर फॉर्मूला दूध लगाकर नहीं रखना चाहिए।
एक साल होने पर बच्चे को बोतल से दूध पिलाने की बजाय उसको कप से दूध पिलाने की आदत डालें।
छोटे बच्चों को जरूरत से अधिक शुगरी ड्रिंक्स न पिलाएं। मीठे पैकेटबंद जूस पिलाने से बचना चाहिए।
बच्चे को ज्यादा शुगल वाले स्नैक्स नहीं खिलाने चाहिए। मीठे स्नैक्स से बच्चे के दांत खराब होने लगते हैं।