लगातार बच्चों की खांसी न सिर्फ उनको परेशान करती है, बल्कि पेरेंट्स के लिए भी बड़ी चिंता बन जाती है। कई बार मार्केट में मिलने वाले कफ सिरप से फौरन आराम तो मिल जाता है, लेकिन इसका कुछ न कुछ साइड इफेक्ट्स भी होता है। ऐसे में खांसी की समस्या होने पर दादी-नानी पुराने देसी नुस्खे आजमाती थीं, जो सुरक्षित होने के साथ असरदार भी साबित होते हैं। यह नुस्खे सुरक्षित होते हैं और बच्चे के शरीर की यूनिटी को भी बढ़ाते हैं।
ऐसे में आज इस आर्टिकल के जरिए हम आपके लिए एक ऐसा पारंपरिक घरेलू नुस्खा लेकर आए हैं, जोकि खांसी की समस्या के लिए रामबाण इलाज है। वहीं इस नुस्खे का रिजल्ट इतना असरदार है कि बच्चे को कुछ ही घंटे में राहत मिल जाएगी। ऐसे में अगर आपका बच्चा भी लगातार आने वाली खांसी से परेशान है, तो आपको यह देसी नुस्खा जरूर अपनाना चाहिए। यह नुस्खा नेचुरल, सुरक्षित और हर उम्र के बच्चे के लिए लाभदायक है।
दादी मां का खास नुस्खा
इस नुस्खे में दो बेहद ताकतवर चीजें शहद और बड़ी इलायची की जरूरत होगी। वहीं दोनों ही सामग्रियां आपके किचन में मौजूद होंगी। लेकिन शहद और बड़ी इलायची के औषधीय गुण इसे किसी दवा से कम नहीं बनाते हैं।
ऐसे तैयार करें ये नुस्खा
सबसे पहले दो से तीन बड़ी इलायची ले लें।
अब इनको छिलके सहित तवे पर भूनें और इस दौरान ध्यान रखें कि इलायची जलने न पाए।
ठंडा होने पर इनको पीसकर बारीक पाउडर बना लें।
फिर एक छोटा चम्मच शुद्ध शहद मिलाकर अच्छे से पेस्ट बना लें।
इस आसान तरीके से दादी मां का देसी नुस्खा तैयार हो जाएगा।
सेवन का सही तरीका
1 से 3 साल के बच्चे को सुबह और शाम में आधा चम्मच दें।
वहीं 4 साल या ज्यादा उम्र के बच्चे को दिन में दो से तीन बार एक चम्मच दिया जा सकता है।
खाने का समय
बच्चे को इसे सीधे चम्मच से चटाना चाहिए। इसको खिलाने के कम से कम 30 मिनट बाद तक पानी न दें। जिससे कि यह मिश्रण ठीक से काम कर सके।
बड़ी इलायची और शहद है असरदार
शहद और बड़ी इलायची का मेल खांसी और गले की खराश को खत्म करने में बेहद असरदार माना जाता है। यह दोनों चीजें बलगम को ढीला करता है और सांस लेने में भी राहत मिलती है।
बड़ी इलायची
बड़ी इलायची में एंटी-बैक्टीरियल, एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटी-वायरल गुण पाए जाते हैं।
यह गले और श्वसन नली में जमे कफ को ढीला करने के साथ इसको बाहर निकालने में मदद करता है।
बड़ी इलायची की तासीर गर्म होती है, ऐसे में इसके सेवन से ठंड और जकड़न की वजह से हुई खांसी में आराम मिलता है।
बड़ी इलायची फेफड़ों को साफ रखती है और सांस लेने में आसानी होती है।
शहद
बता दें कि शहद खांसी के लिए सबसे असरदार और सबसे पुराना उपाय है।
शहद एक नेचुरल कफ सप्रेसेंट है।
इसकी चिकनी परत गले की जलन को शांत करने के साथ खांसी को कम करता है।
शहद में मौजूद एंटी-बैक्टीरियल गुण इंफेक्शन से बचाव करते हैं।
शहद बच्चों की नींद को बेहतर बनाने के साथ रात को खांसी के कारण होने वाली बेचैनी को घटाता है।
सावधानियां
कभी भी 1 साल से कम उम्र के बच्चों को शहद नहीं देना चाहिए। क्योंकि यह उनके लिए हानिकारक हो सकता है।
बच्चे की खांसी अगर 7 दिनों से ज्यादा बनी रहती है। या फिर खांसी के साथ सांस फूलना, बुखार या उल्टी हो रही है, तो इस स्थिति में आपको फौरन डॉक्टर के पास जाना चाहिए।