सर्दियों में नवजात शिशु की ऐसे करें देखभाल, ठंड से बचाने के लिए करें ये जरूरी काम

By Ek Baat Bata | Nov 02, 2021

सर्दियों के मौसम में सर्दी-जुखाम, बुखार और संक्रमण होने का खतरा अधिक होता है। ऐसे में इस मौसम में नवजात शिशुओं की अधिक देखभाल करनी पड़ती है। नवजात शिशुओं की इम्युनिटी कमजोर होती है इसलिए उन्हें संक्रमण औरबीमारी का खतरा ज़्यादा होता है। इसके अलावा उनकी त्वचा बहुत कोमल होती है जिसकी वजह से सर्दियों में उन्हें त्वचा से जुड़ी समस्याएं भी हो सकती हैं। इसलिए इस मौसम में नवजात बच्चों का ख्याल रखना बेहद जरूरी होता है। आज के इस लेख में हम आपको सर्दियों में नवजात शिशु की देखभाल करने की टिप्स बताने जा रहे हैं - 

अगर ज़्यादा ठंड नहीं है तो आप बच्चे को रोज़ नहलाएँ। लेकिन यदि ठंड अधिक बढ़ गई हो तो बच्चे को हर दूसरे दिन नहला सकते हैं। बाकी दिनों में गुनगुने पानी में एंटीबैक्टीरियल लिक्विड डालकर उसमें तौलिया भिगोकर इससे बच्चे का शरीर पोंछ दें। ध्यान दें कि बच्चे को संक्रमण से बचाने के लिए उसके कपड़े दिन में दो बार बदलें। 

सर्दियों में शिशु की रोजाना तेल से मालिश करें। इससे उसकी त्वचा की नमी बरकरार रहेगी और हड्डियाँ भी मजबूत बनेंगी। इसके लिए सरसों, जैतून या नारियल के तेल को हल्का गुनगुना करके बच्चे की मालिश कर सकते हैं।  

शिशु के लिए सर्दियों की धूप बहुत जरुरी है। सर्दियों में बच्चे को नहलाने या कपड़े बदलने के बाद कुछ देर उसे धूप में लेकर जरूर बैठें। इससे शिशु को विटामिन डी मिलेगा जिससे उसकी हड्डियाँ मजबूत बनेंगी। 

कई बार हम बच्चे को ठंड से बचाने के लिए उससे ढेर सारे कपड़े पहना देते हैं या मोटे कंबल-रजाई से ढँक देते हैं। लेकिन इससे बच्चे की त्वचा साँस नहीं ले पाती है और वह असहज महसूस करता है। सर्दियों में बच्चे को ठंड से बचाने के लिए मोटे कपड़े पहनाएँ लेकिन उसके ऊपर अधिक कपड़े ना लादें। इसके साथ ही उसके हथेली, सिर और तलवे को ढंककर रखें। 

सर्दियों में बच्चे को ठंड से बचाने के लिए हीटर या ब्लोवर का इस्तेमाल ना करें। इससे निकलने वाली ड्राई एयर शिशु की सेहत के लिए नुकसानदायक होती है। इसके बयाज आप ऑयल हीटर का इस्तेमाल कर सकते हैं।