Nausea During Pregnancy: प्रेग्नेंसी में जी मचलाना क्यों माना जाता है आम लक्षण, इन तरीकों से पाएं राहत

By Ek Baat Bata | Jul 19, 2025

हर महिला के लिए मां बनना उसके जीवन का सबसे सुखद और खास पल होता है। लेकिन इस सुखद पल के साथ शुरू होती हैं, कुछ असहज करने वाली चुनौतियां। जिनमें सबसे आम जी मचलाना है। पेट में उलझन होना, खाना देखकर घबराहट होना और मुंह का स्वाद कड़वा लगना आदि यह लक्षण प्रेग्नेंसी के पहले तीन महीनों में अधिकतर महिलाओं को परेशान करते हैं। कई बार यह लक्षण पूरा दिन भी बने रहते हैं। ऐसे में माना जाता है कि प्रेग्नेंसी में ऐसा होना सामान्य लक्षण है। लेकिन इसको नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। 

प्रेग्नेंसी के शुरुआती महीनों में करीब 70 प्रतिशत महिलाओं को उल्टी या फिर जी मचलाने की समस्या होती है। ऐसा हार्मोनल बदलाव के कारण होता है। खासकर तब जब एस्ट्रोजन जैसे हार्मोन तेजी से बढ़ते हैं। यह हार्मोन शरीर को प्रेग्नेंसी के लिए तैयार करते हैं। वहीं इनके अचानक से बढ़ने पर पाचन तंत्र पर इसका असर पड़ता है।

एकसाथ न खाएं भारी खाना

अगर आप एक साथ पूरा पेट भरकर खाना खाते हैं, तो यह मतली की दिक्कत को बढ़ा सकता है। इसलिए दिन भर में 4-5 बार थोड़ा-थोड़ा खाएं।

न खाएं मिर्च-मसाले और तला-भुना खाना

अधिक तेल-मसालों वाला खाना खाने से पेट में गैस और एसिडिटी बढ़ सकती है। इसलिए हल्की-फुल्की या उबली हुई चीजें जैसे खिचड़ी, मूंग दाल या सूप आदि का सेवन करें।

अदरक और नींबू का सेवन

अदरक और नींबू दोनों ही नुस्खे जी मचलाने में काफी असरदार होते हैं। आप अदरक वाली चाय में या फिर गुनगुने पानी में कुछ बूंद नींबू की डालकर पिएं।

पर्याप्त आराम और नींद है जरूरी

अधिक थकावट भी जी मचलाने को बढ़ा सकती है। इसलिए रोजाना 7 घंटे की नींद और दिन में थोड़ा सा आराम जरूरी होता है।

डॉक्टर्स से कब करें संपर्क

अगर मतली ज्यादा होने लगे और खाना-पीना मुश्किल हो जाए, या फिर शरीर में पानी की कमी महसूस हो। तो इस कंडीशन में फौरन डॉक्टर से संपर्क करें। यह हाइपरएमेसिस ग्रेविडेरम नामक कंडीशन हो सकती है, जोकि इलाज की मांग करती हैं।

प्रेग्नेंसी में जी मचलाना एक आम लेकिन असहज अनुभव होता है। बता दें कि यह बॉडी में चल रहे हार्मोनल बदलाव का हिस्सा है। जिसे सही खानपान, घरेलू उपायों और आराम से काफी हद तक नियंत्रित किया जा सकता है। इसलिए इस कंडीशन में घबराने की बजाय सावधानी अपनानी चाहिए और डॉक्टर की राय से सेफ प्रेग्नेंसी का आनंद लें।