कल नवरात्रि का आखिरी दिन, जानें नवरात्रि व्रत का उद्यापन करने की सरल विधि

By Ek Baat Bata | Apr 20, 2021

किसी भी व्रत को पूर्ण तभी माना जाता है जब उसका विधिपूर्वक उद्यापन किया जाए। आज नवरात्रि का आठवां दिन है और कल रामनवमी के साथ ही नवरात्रि का 9 दिनों का यह पावन पर्व समाप्त हो जाएगा। नवरात्रि के आखिरी दिन हवन और कन्या पूजन करने के बाद नवरात्रि व्रत का उद्यापन किया जाता है। माना जाता है की कन्याओं का देवियों की तरह आदर और सत्कार करने से माता दुर्गा प्रसन्न हो जाती हैं और अपने भक्तों को सुख-समृद्धि का आशिर्वाद देती हैं। आज के इस लेख में हम आपको नवरात्रि व्रत उद्यापन की सरल और आसान विधि बताने जा रहे हैं - 

नवरात्रि में अष्टमी या नवमी के दिन हवन-पूजन करके और कन्या पूजन करने के बाद व्रत का उद्यापन किया जाता है। कन्या पूजन में 2 से 10 वर्ष की आयु की 9 कन्याओं और एक छोटे बालक को भोजन कराया जाता है। कन्या पूजन में छोटी कन्याओ को माता और बालक बटुक भैरव का रूप माना जाता है।

ऐसे करें नवरात्रि व्रत का उद्यापन
कुछ लोग अष्टमी के दिन कन्या पूजन करते हैं तो कई लोग नवमी के दिन कन्या पूजन करते हैं। ऐसे में अष्टमी या नवमी, आप जिस भी कन्या पूजन करना चाहते हों, उस दिन कन्या पूजन के लिए 9 कन्याओं और 1 छोटे बालक को न्योता दें और भोग तैयार कर लें।
नवमी के दिन सुबह जल्दी उठकर स्नानादि करके माता की पूजा करें।
पूजन के बाद हवन करें और माता को भोग लगाएं।
इसके बाद कन्या पूजन करें। इसके लिए सबसे पहले कन्याओं के पैर धोकर उन्हें स्वच्छ आसन पर बैठाएं।  
अब सभी कन्याओं को तिलक लगाएं और हाथ में कलावा बांधें।
अब कन्याओं को श्रद्धापूर्वक भोग ग्रहण करवायें। कन्याओं को श्रद्धानुसार कोई उपहार भी दे सकते हैं।
भोग ग्रहण करने के बाद कन्याओं के हाथ और पैर धुलवाएं।
अब कन्याओं को दक्षिणा और प्रसाद देकर आशीर्वाद लें।
कन्या पूजन करने के बाद घर के सदस्यों में प्रसाद बांटे और खुद भी प्रसाद ग्रहण करें।