यदि आप माइक्रोवेव लेने की सोच रहे हैं तो उसे लेने से पहले इन बातों का रखें ध्यान

By Ek Baat Bata | Jul 04, 2020

आज के समय में ज्यादातर लोग टेक्नोलॉजी से बहुत हद तक जुड़ गए हैं, टेक्नोलॉजी द्वारा मुश्किल से मुश्किल काम भी बहुत ही आसानी से हो जाता है, अस्पताल रेस्टोरेंट्स मॉल या ऑफिस इन सभी जगहों पर टेक्नोलॉजी का भरपूर इस्तेमाल किया जाता है।
 
टेक्नोलॉजी के कारण हमारे समय की बचत होती है साथ ही किसी भी तरह का फ्रॉड यह बेईमानी करने के चांस बहुत ही ज्यादा कम हो जाते हैं, स्कूल में भी बच्चों को अब स्मार्ट टीवी या स्मार्ट टेक्नोलॉजी के थ्रू ही पढ़ाया जाता है। 
 
स्कूल हॉस्पिटल रेस्टोरेंट्स के बाद अब यह टेक्नोलॉजी हमारे घर की रसोई तक पहुंच गयी है। टेक्नोलॉजी भी हमारे घर की रसोई का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बन गई है। टेक्नोलॉजी से संबंधित उपकरण के इस्तेमाल करने से रसोई का काम बहुत ही जल्दी और आसानी से खत्म हो जाता है। अब तो किचन में महिलाएं टेक्नोलॉजी का जमकर इस्तेमाल करती हैं। इससे आराम के साथ तमाम सहूलियतें भी मिलती है जैसे माइक्रोवेव को ही लें। 

खाना गर्म करने से लेकर कम समय में स्वादिष्ट रेसिपीज बनाने के लिए इसका इस्तेमाल कर सकते हैं साथ ही इसका इस्तेमाल इन दिनों आम हो चुका है। आप भी चाहें तो कुछ बातों का ध्यान रख स्मार्ट तरीके से कुकिंग कर सकती हैं।

माइक्रोवेव में खास बर्तन का इस्तेमाल
खाना पकाने के लिए माइक्रोवेव सेफ ग्लास या सिरामिक बर्तन का ही इस्तेमाल करें, फ्रोजन फूड को नॉर्मल टेंपरेचर में आने के बाद ही डिफ्रॉस्ट करें। ऐसा करने से आपका समय कम लगेगा अगर आप चाहें तो पोर्सलीन के बर्तनों का भी इस्तेमाल कर सकती हैं। गोल्ड या सिल्वर कलर पेंटेड बर्तन का इस्तेमाल बिल्कुल भी ना करे क्योंकि इसका इस्तेमाल करने से आपके पेट में मेटल जाने की संभावना बढ़ जाती है। केवल ग्रिल या कन्वेक्शन मोड में ही मेटल के बर्तन का इस्तेमाल करें।

बेसिक देखभाल
माइक्रोवेव को लंबे समय तक चलाने के लिए नियमित रूप से उसकी अच्छी तरह से साफ-सफाई करें। अगर आपके माइक्रोवेव के अंदर का इंटीरियर ग्लास की जगह स्टील का हो। इसे साफ करना काफी आसान हो जाता है। माइक्रोवेव में सुरक्षित मैटीरियल का इस्तेमाल न करने से आग लगने का खतरा हो सकता है।
 
इसलिए हमेशा माइक्रोवेव के बर्तनों का चुनाव सही तरीके से करें। कभी-कभी लोग जिल्दी बाज़ी में माइक्रोवेव का दरवाजा खुला छोड देते हैं या उससे तेज़ी से बंद करते हैं, यदि आप ऐसा करेंगे तो आपका माइक्रोवेव समय से पहले ही खराब हो जाएगा। 

इसलिए हमेशा माइक्रोवेव का दरवाज़ा धीरे से ही बंद करें। कभी भी भूल से माइक्रोवेव ओवन को खाली ऑपरेट न करें। ऐसा करने से आपका माइक्रोवेव खराब हो सकता है। अगर आपके माइक्रोवेव में खराबी आ गयी है तो इसे रिपेयर करने वाली शॉप पर जाके सही कर लें। लेकिन कभी खुद से किसी पार्ट के मरम्मत की कोशिश न करें।

तीन तरह के माइक्रोवेव होते हैं

सोलो (बेसिक) माइक्रोवेव
इसमें आप फ्रोजन फूड को डिफ्रॉस्ट, खाने को दोबारा गर्म करने से लेकर सामान्य कुकिंग कर सकती हैं। इसके इस्तेमाल से बार तरह का खाना बहुत ही आसानी से बन जाता है।

ग्रिल माइक्रोवेव
इसमें ग्रिलिंग के लिए अलग से एक्सेसरीज होती हैं, जिससे आप मटन से लेकर सब्जियां सभी ग्रिल कर सकती हैं। इस ओवन में माइक्रोवेव के साथ-साथ ग्रिल भी फंक्शन करता है। ग्रिल माइक्रोवेव में हीटिंग क्वायल्स लगे होते हैं जो रोस्टिंग, ब्राउनिंग और टोस्टिंग में मदद करते हैं। माइक्रोवेव में खाना ग्रिल बहुत ही ज्यादा स्वादिष्ट हो जाता है।

कन्वेक्शन माइक्रोवेव
यह माइक्रोवेव स्टैंडर्ड माइक्रोवेव ओवन और कन्वेक्शन ओवन का मिश्रण है। इसमें अंदर के तापमान को मेंटेन रखने के लिए पंखा लगा होता है। यह गर्म हवाओं का समान रूप से प्रसार करता है ताकि खाना ठीक से पक सके। इसमें अलग-अलग आइटम्स की ग्रिलिंग और बेकिंग की जा सकती है। यह माइक्रोवेव टू इन वन का काम करता है। आप इस माइक्रोवेव को बहुत ही आसानी से इस्तेमाल कर सकते हैं।

माइक्रोवेव की सावधानियां
अगर कभी खाना पकाते समय माइक्रोवेव के अंदर आग लग जाए तो आप सबसे पहले स्विच को बंद कर दें। साथ ही माइक्रोवेव का तार भी निकाल दें, और ओवन का दरवाजा बंद ही रहने दें। जब तक माइक्रोवेव नार्मल नही जो जाता तब तक माइक्रोवेव के दरवाज़े को बंद ही रखें। माइक्रोवेव की सफाई नुकीली या धारदार चीजों से न करें बल्कि नर्म कपड़े या प्लास्टिक स्टिक का इस्तेमाल करें। गलती से कभी भी माइक्रोवेव को कभी खाली न चलाएं। अगर माइक्रोवेव की टेस्टिंग करनी हो तो उसमें पहले कुछ चीज रखें फिर चलाएं।